DRDO का एक और कमाल, एक ही दिन में सरफेस टू एयर मिसाइल VL-SRSAM का दो बार सफल परीक्षण
नई दिल्ली: चीन के साथ पिछले 9 महीनों से भारत का सीमा विवाद जारी है। इसके अलावा पाकिस्तान भी लगातार अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर नापाक हरकतों को अंजाम देता रहता है। दोनों दुश्मनों को देखते हुए भारत अपनी रक्षा तैयारियां लगातार मजबूत कर रहा है। साथ ही रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में डीआरडीओ भी तेजी से काम कर रहा। इसी क्रम में सोमवार को डीआरडीओ के हाथ एक और सफलता लगी, जहां सरफेस टू एयर मिसाइल का सफल परीक्षण हुआ।
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक डीआरडीओ ने भारतीय नौसेना के लिए वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (VL-SRSAM) को डिजाइन और विकसित किया है। सोमवार को इस मिसाइल के दो परीक्षण किए गए। दोनों ही दौर में मिसाइल सभी उम्मीदों पर खरी उतरी। साथ ही सफलता पूर्वक अपने लक्ष्य को भेदा। डीआरडीओ के मुताबिक ये मिसाइल कई तरह के हवाई खतरों को बेअसर करने में सक्षम है। इसे डीआरडीओ और भारतीय नौसेना के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
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पिछले
महीने
भी
मिली
थी
बड़ी
कामयाबी
डीआरडीओ
लगातार
उन्नत
किस्म
की
मिसाइलें
विकसित
कर
रहा
है।
पिछले
महीने
25
जनवरी
को
ओडिशा
के
तट
से
आकाश
एनजी
(Akash
New
Generation
missile)
का
सफल
प्रक्षेपण
किया
गया
था।
ये
नई
जेनेरेशन
की
आकाश
मिसाइल
का
पहला
लॉन्च
था,
जो
पूरी
तरह
से
कामयाब
रहा।
डीआरडीओ
के
मुताबिक
आकाश-एनजी
एक
नई
पीढ़ी
की
सरफेस-टू-एयर
मिसाइल
है,
जिसका
उपयोग
भारतीय
वायुसेना
हवाई
खतरों
को
रोकने
के
लिए
करती
है।
परीक्षण
के
दौरान
मिसाइल
के
कमांड
कंट्रोल
सिस्टम,
एवियोनिक्स,
एरोडायनैमिक
सिस्टम
सभी
ने
ठीक
काम
किया।