24 घंटे के अंदर DRDO को दूसरी बड़ी कामयाबी, अर्जुन टैंक से ATG मिसाइल का सफल परीक्षण
नई दिल्ली: चीन के साथ पिछले चार महीने से एलएसी पर विवाद जारी है, वहीं पाकिस्तान भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। ऐसे में देश के दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए डीआरडीओ की पूरी टीम दिन रात मेहनत कर रही है। बुधवार को डीआरडीओ के हाथ एक बड़ी सफलता लगी, जहां एमबीटी अर्जुन टैंक से लेजर गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) का सफल परीक्षण किया गया। 24 घंटे के अंदर ये डीआरडीओ का दूसरा सफल परीक्षण है।
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3 किलोमीटर दूर मौजूद लक्ष्य को भेदा
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक डीआरडीओ ने अपने लेजर गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) का एमबीके अर्जुन टैंक से सफलतापूर्वक परीक्षण किया। ये परीक्षण आर्मर्ड कॉर्प्स सेंटर एंड स्कूल (एसीसी एंड एस) अहमदनगर से हुआ। इस दौरान ATGM ने तीन किलोमीटर दूर मौजूद अपने लक्ष्य को सफलता पूर्वक भेद दिया। डीआरडीओ के मुताबिक इसे कई प्लेटफॉर्म से लॉन्च किया जा सकता है। मौजूदा वक्त में अर्जुन टैंक की गन से इसको दागकर परीक्षण किया जा रहा है।
रक्षा मंत्री ने दी बधाई
इस सफलता पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी डीआरडीओ को बधाई दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि अहमदनगर में केके रेंज (एसीसी एंड एस) में एमबीटी अर्जुन से लेजर गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल के सफलतापूर्वक परीक्षण के लिए डीआरडीओ को बधाई। पूरे देश को आज डीआरडीओ पर गर्व है, जो निकट भविष्य में आयात निर्भरता को कम करने की दिशा में काम कर रहा है।
'अभ्यास' का भी सफल परीक्षण
डीआरडीओ के हाथ मंगलवार को एक और बड़ी सफलता लगी थी, जहां ओडिशा के बालासोर में स्वदेशी लड़ाकू ड्रोन 'अभ्यास' का सफलापूर्वक ट्रायल हुआ। ट्रायल के दौरान डीआरडीओ के वैज्ञानिक लगातार इसे रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिक सिस्टम से ट्रैक कर रहे थे। जिसके बाद ये स्वदेशी ड्रोन सभी पैरामीटर्स पर खरा उतरा। ये परीक्षण इंटीग्रेटेड टेस्ट रीजन (आईटीआर) से किया गया। इस ड्रोन का इस्तेमाल मिसाइल या फिर विमानों का पता लगाने के लिए भी किया जाता है। साथ ही ये ऑटोपायलट की मदद से अपने टारगेट को आसानी से भेद सकता है।
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