मिसाइल प्रौद्योगिकी विकास के लिए अमेरिकी पुरस्कार से सम्मानित होंगे डीआरडीओ प्रमुख
नई दिल्ली। डीआरडीओ प्रमुख जी सतीश रेड्डी को मिसाइल प्रौद्योगिकी विकास के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स एंड एस्ट्रोनॉटिक्स की ओर से मिसाइल सिस्टम अवार्ड 2019 से सम्मानित किया जाएगा। विश्व प्रसिद्ध अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स एंड एस्ट्रोनॉटिक्स की ओर से सतीश रेड्डी को यह पुरस्कार भारतीय मिसाइल कार्यक्रमों में उनके योगदान के लिए दिया जाएगा।
बता दें कि यह पुरस्कार तकनीकी क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियों सहित मिसाइल सिस्टम कार्यक्रमों के नेतृत्य और उसके विकास के कार्यान्वयन में उत्कृष्टता को मान्यता देता है। जी सतीश को मिसाइल सिस्टम अवार्ड 2019 से सम्मानिक करने की जानकारी खुद अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स एंड एस्ट्रोनॉटिक्स ने दी है। रेड्डी को स्वदेशी डिजाइन, विकास और विविध रणनीतिक और सामरिक मिसाइल प्रणालियों, निर्देशित हथियारों, उन्नत एवियोनिक्स, और भारत में नेविगेशन प्रौद्योगिकियों की तैनाती के लिए महत्वपूर्ण राष्ट्रीय योगदान के लिए चुना गया था।
DRDO Chief G. Satheesh Reddy has been conferred with an award by the American Institute of Aeronautics and Astronautics for his contribution to the field of missile technology development. pic.twitter.com/Tm686Hyc1c
— ANI (@ANI) March 2, 2019
डीआरडीओ प्रमुख के रूप में नियुक्ती से पहले रेड्डी डीआरडीओ के पूरे मिसाइल डिवीजन का नेतृत्व कर रहे थे, जिसमें अग्नि जैसे मिसाइल कार्यक्रम शामिल थे। बता दें कि डीआरडीओ प्रमुख को जमी से हवा में मिसाइल, मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, हेलिना और एनएजी एंडी टैंक हथियारों जैसे मिसाइल प्रणालियों के विकास के लिए भी श्रेय दिया गया है। उन्होंने आकाश वायु रक्षा प्रणालियों के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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