हड़ताली डॉक्टरों के समर्थन में आए कफील खान, IMA से अपने लिए की ये खास अपील
गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के निलंबित बाल रोग विशेषज्ञ कफील खान ने शनिवार को कहा कि, वे कोलकाता में प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के पक्ष में एकजुटता के साथ खड़े हैं। कोलकाता में एनआरएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (NRSMCH) में इंटर्न डॉक्टरों पर हमले की निंदा करते हुए कफील खान ने कहा कि, वह बहुत परेशान और दुखी हैं। उन्होंने कहा, हम अपने एक भाई के खिलाफ कोलकाता के एक अस्पताल में हुई हिंसा से बहुत परेशान और पीड़ित हैं।
खान ने कहा, मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करता हूं। मैं रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाते हुए उन्हें अपना पूरा समर्थन देता हूं, जो लोगों की हिंसा, प्रशासन से उत्पीड़न और सरकार से उपेक्षा का सामना कर रहे हैं। हम केंद्रीय संरक्षण अधिनियम चाहते हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) द्वारा बुलाए गए डॉक्टरों की हड़ताल का समर्थन नहीं करेंगे। जो 17 जून को लगभग 3,50,000 डॉक्टरों का प्रतिनिधित्व करेगी। इससे चिकित्सा सेवाओं के कारण निर्दोष लोगों की जान जा सकती है।
खान ने आज पोस्ट किए गए एक ट्वीट में, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से उनकी दुर्दशा को देखने और उनके पक्ष में एक बयान जारी करने का भी अनुरोध किया। क्योंकि वह डॉक्टरों की बिरादरी का हिस्सा हैं। इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा खान को जमानत दिए जाने के एक वर्ष से अधिक समय हो चुका है, जिसमें उनकी ओर से चिकित्सकीय लापरवाही का कोई सबूत नहीं मिला। इस बीच, कोलकाता में डॉक्टरों द्वारा जारी विरोध प्रदर्शन के चलते बहुत सारे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
Dear @IMAIndiaOrg
— Dr kafeel khan (@drkafeelkhan) June 15, 2019
I have been running from pillar to post for over 2 yrs now
Inspit of high & supreme court order neither @myogiadityanath paying my dues nor revoking my suspension
Plz issue a statement for me too.
I am also from your fraternity. I also have a family to feed🙏 pic.twitter.com/A217RtyAhK
कोलकाता में प्रदर्शनरत जूनियर डॉक्टरों ने शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील ठुकरा दी और कहा कि इस गतिरोध को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री की ओर से कोई ईमानदार कदम नहीं उठाया गया। इससे पहले ममता बनर्जी ने प्रदर्शनरत जूनियर डॉक्टरों से अपना प्रदर्शन खत्म करने और ड्यूटी पर लौटने की अपील की थी। जूनियर डॉक्टरों के संयुक्त मंच के एक प्रवक्ता ने कहा, 'हमलोग ड्यूटी पर लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री की ओर से इसका (मौजूदा समस्या का) समाधान निकालने के लिए कोई ईमानदार पहल नहीं की गई है।
ममता बनर्जी ने मानी डॉक्टरों की सभी मांगें, हड़ताल खत्म कर काम अस्पताल लौटने की अपील