उमधपुर के बाद फिर घाटी में तनाव का माहौल, श्रीनगर में हाई अलर्ट
श्रीनगर। घाटी का माहौल एक बार फिर गर्म है और इस बार वजह है पिछले दिनों उधमपुर में हुआ एक एनकाउंटर। पिछले दिनों यहां पर श्रीनगर के 31 वर्षीय नागरिक तनवीर सुल्तान को एक एनकाउंटर में मार गिराया गया था। अब तनवीर के परिवार ने इस एनकाउंटर की जांच औऱ़ इनक्वायरी की मांग की है।
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पुलिस को मिली तनवीर के पास से एके-47
पुलिस का कहना है कि उसे तनवीर के पास से एक एके-47 राइफल मिली थी। उस पर आरोप था कि और इसके साथ ही उसने बस से गोलियां बरसाईं थी। इस घटना के बाद से श्रीनगर के बेमिला इलाके में झड़प हुई और माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया। 13 जून को जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर हुई घटना में सीआरपीएफ के कुछ जवान घायल हुए थे और एक नागरिक की जान चली गई थी।
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इलाज के लिए अमृतसर जा रहा था तनवीर!
तनवीर के परिवार का कहना है कि तनवीर वर्ष 2004 तक पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हिस्सा था। बाद में वहा संगठन से बाहर आ गया और फिर वह एक साधारण जिंदगी जीने लगा। तनवीर के परिवार के मुताबिक वह जब लश्कर-ए-तैयबा से बाहर आया तो उसे गिरफ्तार कऱेे लिया गया। उसके बाद ही से वह कड़ी निगरानी मे था। तनवीर हर 26 जनवरी और 15 फरवरी को पुलिस स्टेशन जाकर हाजिरी लगाता था।
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तनवीर के परिवार का कहना है कि वह बाइ-पोलर डिसऑर्डर का शिकार था। वह इलाज के लिए अमृतसर जा रहा था और उसे पुलिस ने फंसाया है।
पुलिस ने एनकाउंटर को बताया सही
वहीं सुरक्षाबलों का कहना है कि लश्कर के बाद तनवीर का किसी आतंकी संगठन का ताल्लुक नहीं था लेकिन वह एक विद्रोही थी। वहीं विपक्ष भी इस मामले को जोर-शोर से उठा रहा है। कुछ लोग एनकाउंटर पर यह कहते हुए भी सवाल उठा रहे हैं कि जब तनवीर के पास एके-47 जैसा हथियार था तो वह पिस्टल का प्रयोग फायरिंग के लिए किया। हालांकि जम्मू कश्मीर सरकार का कहना है कि यह एनकाउंटर पूरी तरह से असली था और उसके पास हथियारों का मिलना पूर्वनियोजित नहीं था।