रविशंकर प्रसाद बोले- राज्यपाल तथागत रॉय की कश्मीरियों पर टिप्पणी से हम सहमत नहीं
नई दिल्ली। पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर आतंकी हमले के बाद कश्मीर के लोगों किए एक टिप्पणी को लेकर मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय सुर्खियों में हैं। अब बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वो उनके बयान से सहमत नहीं हैं। बता दें कि ऐसा पहली है जब सरकार की ओर से राज्यपाल के बयान पर सफाई आई है जिसमें रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मैं उनके ट्वीट से सहमत नहीं हूं। हालांकि विपक्षी दल पहले ही राज्यपाल तथागत रॉय के बयान की निंदा कर चुके हैं।
कश्मीरियों का पूरी तरह से बहिष्कार करने का दिया था सुझाव
दरअसल मंगलवार को राज्यपाल तथागत रॉय ने ट्विटर पर एक पोस्ट करते हुए कहा था कि मैं भारतीय सेना के एक रिटायर कर्नल से अपील करता हूं कि वो कश्मीर का दौरा न करें, अगले 2 साल के लिए अमरनाथ न जाएं, कश्मीर से आने वाले सामान जो सर्दियों में आते हैं, उनका बहिष्कार करना चाहिए। तथागत रॉय ने रिटायर्ड मेजर और मेजर गौरव आर्य के एक ट्वीट को भी रीट्वीट भी किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था पाकिस्तान की सेना (जो कश्मीरी अलगाववादियों को निर्देश देती है) 1971 में पूर्वी पाकिस्तान में थी। वहां पाकिस्तानी सैनिकों ने हरतरफ बलात्कार और हत्याएं की। भारत ने मारा नहीं होता तो पूर्वी पाकिस्तान उसी के पास रह जाता। मैं यह सुझाव नहीं दे रहा हूं कि हम उतनी दूर जाएं। लेकिन कम से कम कुछ दूरी तो तय करें? इसी बयान को लेकर अब रविशंकर प्रसाद ने स्टेटमेंट्स आया है।
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कई नेताओं ने दर्ज कराई थी आपत्ति
बता दें कि तथागत रॉय के कश्मीर के बहिष्कार के ट्वीट के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सहित कई नेताओं ने आपत्ति दर्ज करवाई। उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए कहा ये कट्टरपंथी विचार ही कश्मीर को रसातल पर ले रही है। और तथागत रॉय अगर आप ऐसा चाह ही रहे हैं तो आप कश्मीर से निकलने वाली नदियों के पानी को ही क्यों नहीं रोक देते जिससे आप बिजली पैदा करते हैं? इसके अलावा कांग्रेस के नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने भी तथागत रॉय के बयान पर आपत्ति दर्ज कराई थी।
कश्मीरियों पर निशाने के पीछे की वजह?
पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली है। इस आत्मघाती हमले को कश्मीरी युवक आदिल अहमद ने अंजाम दिया। हमले के कुछ देर बाद आदिल अहमद का एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें वो घटना के बारे में बोलते हुए नजर आ रहा है। बता दें कि पुलवामा के ही गंडीबाग के रहने वाला आदिल एक साल पहले ही जैश ए मोहम्मद में शामिल हुआ था।