मुंबई में कोरोना टेस्ट करवाने के लिए जरुरी नहीं होगा डॉक्टर का पर्चा
मुंबई में कोरोना टेस्ट करवाने के लिए जरुरी नहीं होगा डॉक्टर का पर्चा
मुंबई। मुंबई में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रही हैं, इसी बीच प्रदेश सरकार ने आदेश दिया है कि कोरोना वायरस का टेस्ट करवाने के लिए डॉक्टर के पर्चे की आवश्यकता नहीं होगी। बीएमसी ने कोविड 19 के टेस्ट को लेकर बनाए गए नियमों में संसोधन किया हैं।
प्रति दिन होने वाले COVID 19 परीक्षणों की संख्या बढ़ाने के लिए BMC ने पूरी तैयारी कर ली और अधिक से अधिक संख्या में कोरोना का टेस्ट हो इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए, BMC ने निर्णय लिया है कि अब कोरोनोवायरस परीक्षण कराने के लिए किसी भी डाक्टर के पर्चे की आवश्यकता नहीं होगी। बीएमसी ने 7 जुलाई को कहा कि अब लक्षणों के आधार पर, लोग प्रयोगशालाओं से संपर्क कर सकते हैं और किसी भी डॉक्टर के पर्चे के बिना कोरोनावायरस परीक्षण के लिए करवा सकते हैं। BMC ने मंगलवार को एक आधिकारिक आदेश जारी किया।
बीएमसी ने बताया कि इस संबंध में मुंबई शहर के प्रयोगशालाओं को सूचित किया जाएगा। बता दें हाल ही में, केंद्र सरकार द्वारा एक चेतावनी जारी की गई थी, जिसमें सरकार ने कहा था कि उसने देखा है कि कुछ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश अपनी COVID 19 परीक्षण क्षमता का पूरी तरह से उपयोग नहीं कर रहे है। विशेष रूप से निजी प्रयोगशालाओं का इन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा पूरी तरह से उपयोग नहीं किया जाता है। केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को उनकी परीक्षण क्षमता का अनुकूलन करने की चेतावनी दी तब से, बीएमसी शहर में किए जा रहे परीक्षणों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है।
हाल ही में BMC ने यह भी कहा कि जो लोग संस्थागत संगरोध सुविधाओं में हैं (जो COVID रोगी के उच्च जोखिम वाले संपर्क हैं) को उनके COVID-19 परीक्षणों के बाद ही घर जाने की अनुमति दी जाएगी। वर्तमान में, सरकारी और निजी प्रयोगशालाओं द्वारा मुंबई में दैनिक आधार पर 5,000 से अधिक COVID 19 परीक्षण किए जा रहे हैं। इन प्रयोगशालाओं की वास्तविक क्षमता 10,000 परीक्षण है। बीएमसी अपनी क्षमता का केवल 50 प्रतिशत तक परीक्षण कर रही है। बीएमसी दावा कर रही है कि यह कदम एक परीक्षण के लिए सख्त दिशानिर्देशों को आसान बनाने के लिए उठाया गया है, लेकिन यह माना जाता है कि यह केन्द्र की चेतावनी है जिसने बीएमसी को कदम उठाने के लिए मजबूर किया।
कोरोना को मात देकर घर लौटे मरीज का स्वागत करना लोगों को पड़ा मंहगा