प्रेमिका ने दिया धोखा, डॉक्टर ने नेपाल में दी खौफनाक सजा
गोरखपुर। पड़ोसी देश नेपाल में 5 जून 2018 को एक महिला का शव मिला। महिला कौन है, इस बारे में किसी को कुछ पता नहीं था। हां, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की बात जरूर सामने आई। हत्या किसने की? क्यों की? महिला कौन है? इस बारे में किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। उधर गोरखपुर में अमर प्रकाश नाम के शख्स ने अपने बहनोई के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। उसका कहना था कि उसकी बहन की राखी अपने पति के साथ नेपाल गई थी, लेकिन उसके बाद उसका कुछ अता-पता नहीं है। यह बात सच थी कि राखी अपने पति मनीष श्रीवास्तव के साथ नेपाल गई थी और पोखरा में जो शव मिला वह भी उसी का था, लेकिन उसे पति ने नहीं मारा था और न उसका अपहरण किया था। दरअसल, राखी की मुलाकात नेपाल में पुराने प्रेमी से हुई थी, इनका नाम है डॉक्टर डीपी सिंह, वह आर्यन हास्पिटल के संचालक हैं। इसी मुलाकात के बाद एक साजिश को अंजाम दिया गया। डॉक्टर ने महिला की हत्या जून में की थी, वह मर्डर के बाद भी महिला का सोशल मीडिया अकाउंट लगातार अपडेट कर रहा था, ताकि पुलिस गुमराह होती रहे।
काठमांडू घूमने गई थी राखी, लौटते समय मिला पुरानी प्रेमी
एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने गोरखपुर में इस केस से जुड़ी जानकारी देते हुए बताया कि 05 जून को नेपाल के पोखरा में पहाड़ी के नीचे भारतीय महिला का शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की हत्या किए जाने की बात पुख्ता तौर पर सामने आई। नेपाल पुलिस से जानकारी मिलने पर एसटीएफ ने जांच शुरू की तो पता चला कि शव बिछिया कॉलोनी में रहने वाली राजेश्वरी श्रीवास्तव उर्फ राखी का है। वह 04 जून 2018 से ही लापता थी। राखी पति मनीष के साथ काठमांडू घूमने गई थी। लौटते समय भैरहवा में राखी की मुलाकात डॉक्टर डीपी सिंह से हुई।
डॉक्टर ने प्रेमिका को नशे की गोली खिलाई और पहाड़ी से धक्का दे दिया
डॉक्टर डीपी सिंह पूरी प्लानिंग के साथ नेपाल गया था। नेपाल के भैरहवा में राखी की मुलाकात डॉक्टर डीपी सिंह से हुई और इसी मुलाकात के बाद डॉक्टर ने अपने दो साथियों की मदद से उसका अपहरण कर लिया। वह राखी को लेकर पोखरा चला गया। उसने पहले राखी को नशे की गोली खिलाई और बाद में पोखरा की एक पहाड़ी पर ले गया। डॉक्टर ने मौका पाते ही राखी को पहाड़ी से धक्का दे दिया। हत्या के बाद डॉक्टर डीपी सिंह और उसके दो साथी- प्रमोद सिंह, दीपक मिश्र गोरखपुर आ गए। पुलिस का कहना है कि इन लोगों ने जुर्म कबूल कर लिया है। अब सिर्फ एक सवाल बचता है- डॉक्टर ने राखी की हत्या क्यों की?
मकान की रजिस्ट्री अपने नाम करने के लिए दबाव बना रही थी राखी, डॉक्टर ने कर दिया मर्डर
जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर डीपी सिंह ने 2011 में राखी से गोंडा के एक मंदिर में प्रेम विवाह किया था। बाद में राखी और डॉक्टर दोनों साथ रहने लगे। कुछ समय तक सब ठीक चला लेकिन धीरे-धीरे दोनों के बीच मनमुटाव बढ़ने लगे। एक दिन ऐसा आया जब राखी ने डॉक्टर से अलग होने का फैसला कर लिया। बाद में राखी अपने परिवार से अलग शाहपुर की बिछिया कॉलोनी में रहती थी। बताया जा रहा है कि यह घर उसे डॉक्टर ने ही दिया था। राखी उस घर की रजिस्ट्री को अपने नाम कराने के लिए डॉक्टर पर दबाव बनाने लगी। दोनों के बीच विवाद हुआ और राखी ने डॉक्टर के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करा दिया। यह सब चलता रहा और इसी बीच राखी मनोज श्रीवास्तव नाम शख्स के संपर्क में आई और 2016 में दोनों ने शादी कर ली। 1 जून 2018 को वह पति के साथ नेपाल घूमने गई, जहां पर डॉक्टर डीपी सिंह पूरी प्लानिंग के साथ पहले से मौजूद था और उसने बदला लेने के लिए राखी की हत्या की दी।