Netflix सीरीज 'पैंडेमिक' में नजर आए डॉक्टर का बड़ा दावा, तैयार कर ली कोरोना वायरस की दवा
नई दिल्ली। दुनियाभर में फैल चुके कोरोना वायरस ने अभी तक 47000 से अधिक लोगों की जान ले ली है और इससे 9 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। अमेरिका,ब्रिटेन, इटली, स्पेन, बेल्जियम, इजरायल, चीन, भारत, ईरान समेत 180 से अधिक देश इस वायरस का कहर झेल रहे हैं। वैज्ञानिकों की कोशिशें जारी हैं लेकिन अभी तक कोरोना वायरस का इलाज नहीं मिल सका है। इस बीच, नेटफ्लिक्स डॉक्यूमेंट्री 'पैंडेमिक' से चर्चा में आए एक वैज्ञानिक ने कोरोना के इलाज को लेकर बड़ा दावा किया है।
तैयार कर ली कोरोना वायरस की दवा, डॉ. जैकब ग्लानविले का दावा
डेली मेल की खबर के मुताबिक, कैलिफोर्निया में रहने वाले फिजिशियन और डिस्ट्रीब्यूटेड बायो के सीईओ डॉ. जैकब ग्लानविले ने बड़ा दावा किया है और कहा है कि उनके पास एक प्रभावशाली एंटीबॉडीज है जो कोरोना वायरस के खिलाफ काम कर सकता है। इस साइंटिस्ट का कहना है कि SARS पैदा करने वाले वायरस के खिलाफ इस्तेमाल में लाए गए कई एंटीबॉडीज से उनको ये कामयाबी मिली है।
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'SARS के खिलाफ इस्तेमाल किए गए एंटीबॉडीज का किया इस्तेमाल'
डॉ. जैकब ने रेडियो न्यूजीलैंड से बात करते हुए कहा कि उनकी टीम ने SARS के खिलाफ 2002 में इस्तेमाल किए गए 5 एंटीबॉडीज का इस्तेमाल किया है और इसके जरिए कोरोना का इलाज ढूंढने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि वे एंटीबॉडीज के लाखों वर्जन तैयार कर चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि इसका इस्तेमाल कोरोना वायरस के खिलाफ किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि टेस्ट सफल होने के बाद मंजूरी के लिए इसे सरकार के पास भेजा सकता है।
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Netflix सीरीज 'पैंडेमिक' से चर्चा में आए थे डॉक्टर जैकब
इसके बारे में बताते हुए डॉ. जैकब ने कहा कि एंटीबॉडी तैयार करने में अधिक वक्त लग सकता है, इसलिए पहले से मौजूद एंटीबॉडीज को इस्तेमाल में लाया गया। उनका कहना है कि एंटीबॉडीज एस-प्रोटीन्स को बाइंड करते हैं जिसके जरिए कोरोना किसी के शरीर में दाखिल होता है। इस साइंटिस्ट का कहना है कि टेस्ट सफल होने पर शॉर्ट टर्म के लिए इसका इस्तेमाल कोरोना के खिलाफ किया जा सकता है। कोरोना वायरस का अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनाया जा सका है। दुनियाभर के तमाम वैज्ञानिक इसका इलाज ढूंढने में लगे हैं। इस वायरस से दुनियाभर के 9 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं।