AIIMS डॉक्टरों की हड़ताल:मरीज का डायलिसिस करने से किया इंकार,कहा-कहीं और जाओ
बंगाल के बवाल, दिल्ली में असर, AIIMS डॉक्टरों की हड़ताल से संकट में मरीज, डायलिसिस करने से इंकार
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट के बाद इसका असर दिल्ली पर पड़ने लगा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अड़ियल रवैये के खिलाफ अब देशभर के डॉक्टरों में नाराजगी दिखने लगी है। बंगाल में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट को लेकर आज देश भर के अलग-अलग हिस्सों में डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं। दिल्ली, यूपी, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में डॉक्टरों ने काम करने से इंकार कर दिया है। डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से मरीजों पर संकट टूट पड़ा है। दिल्ली में एक्स और सफदरगंज अस्पताल के 3500 डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं।
दिल्ली में डॉक्टरों की हड़ताल
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद दिल्ली में एम्स के डॉक्टरों ने काम न करने का फैसला किया है। देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से मरीजों का बुरा हाल है। अस्पताल के बाहर मरीजों की भारी भीड़ जमा हो गई हैं।
डायलिसिस से किया इंकार
एम्स में देश के कोने-कोने से मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं, लेकिन डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से उन्हें भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। अपनी मां का इलाज कराने पहुंचे एक युवक ने एएनआई से बात करने के दौरान अपनी परेशानी बताई। शख्स ने कहा कि उसकी मां किडनी की बीमारी से ग्रसित हैं और आज एम्स में उनका डायलिसिस होना था , लेकिन डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से उन्हें वहां से भगा दिया गया। उन्हें कहा गया कि यहां से चले जाए ऐज यहां इलाज नहीं होगा। उससे कहा गया कि वो कहीं और से डायलिसिस करा ले।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि एनआरएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले दिनों इलाज के दौरान एक 75 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई थी। इसके बाद मृतक बुजुर्ग के परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। जिसके बाद दो डॉक्टरों की पिटाई कर दी गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 200 लोग ट्रकों में भरकर अस्पताल आए और अस्पताल परिसर पर हमला बोल दिया। जिसके बाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल साइबल मुखर्जी और एक प्रोफेसर ने पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हड़ताल को लेकर बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वे इसे सांप्रयादिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं।