'आतंकवादियों को मारने के लिए भी चुनाव आयोग से परमिशन लेनी पड़ेगी?'
नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi)ने मतदान के दिन कश्मीर (Kashmir) में आतंकवादियों के खिलाफ हुई कार्रवाई पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष पर जोरदार वार किया है। उन्होंने कहा कि क्या हमारे जवानों को आंतवादियों (terrorists) को मारने के लिए भी चुनाव आयोग से परमिशन लेनी चाहिए कि उन्हें मारें या न मारें?
आतंकियों के मारे जाने पर कुछ लोग परेशान क्यों?-मोदी
यूपी समेत 7 राज्यों में रविवार को छठे चरण का मतदान चल रहा है। लेकिन, प्रधानमंत्री आखिरी दौर के प्रचार के सिलसिले में यूपी के कुशीनगर (Kushinagar) में एक बड़ी रैली की है। उन्होंने इस रैली में एक बार फिर विपक्ष पर इस बात के लिए हमला किया कि वे आतंकियों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई को भी राजनीतिक चश्में से देखना नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि, "आज सुबह पता चला की कश्मीर में कुछ आतंकवादियों को हमारी सेना ने मार गिराया। अब कुछ लोगों की ये परेशानी है कि आज जब मतदान चल रहा है, तब मोदी ने आतंकवादियों को क्यों मारा?"
आतंकवादियों को चुनाव आयोग से पूछकर मारेगी सेना?- मोदी
पीएम मोदी ने विपक्ष के रवैये पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि जब से उनकी सरकार बनी है, वहां लगातार आतंकवादियों का खात्मा हो रहा है। उन्होंने कहा कि,"वो बम-बंदूक लेकर सामने खड़े हैं, क्या वहां मेरा जवान इलेक्शन कमीशन की परमिशन लेने जाए कि मैं इसको गोली मारूं या ना मारूं?" अच्छा, कश्मीर में जब से हम आए हैं, हर दूसरे-तीसरे दिन सफाई होती रहती है, ये सफाई अभियान मेरा काम है भाई।"
राष्ट्रवाद के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है बीजेपी
दरअसल, पुलवामा हमले के बाद जिस तरह से मोदी सरकार ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक किया, तभी से वह राष्ट्रवाद के मुद्दे को अपना चुनावी हथियार बना चुकी है। ऐसे में अगर विपक्ष इस मसले पर जरा भी गलत पिच पर बॉलिंग करता है, तो नरेंद्र मोदी फ्रंटफुट पर बैटिंग करने से नहीं चूकते। शायद मोदी और भाजपा को यकीन है कि इस चुनाव में राष्ट्रवाद के बहाने ही उनकी चुनावी नैया पार लग सकती है।