साउथ के दिग्गज नेता का बयान, 'कोई ताकत कांग्रेस को लोगों के दिल से नहीं मिटा सकती'
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद साउथ के इस दिग्गज नेता का बड़ा बयान सामने आया है।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव में लगातार दूसरी हार मिलने के बाद कांग्रेस के खेमे में सदमे का माहौल है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश को लेकर भी अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया है। वहीं, शनिवार को बुलाई गई संसदीय बोर्ड की बैठक में सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद पार्टी के नेताओं ने ऐलान किया है कि वो लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद को लेकर दावेदारी नहीं करेंगे। इस बीच दक्षिण भारत में कांग्रेस के प्रमुख सहयोगी और डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस को मिली हार को लेकर एक बड़ा बयान दिया है।
स्टालिन ने फेसबुक पोस्ट में लिखी बड़ी बात
डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने अपनी एक फेसबुक पोस्ट में कहा, 'कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुने जाने पर मैं दिल से अन्नाई (मां) सोनिया गांधी को बधाई देता हूं। कोई भी ताकत भारतीय जनता के दिलों से कांग्रेस के शानदार कामों को नहीं मिटा सकती। कांग्रेस 'बहुलतावाद, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय और संविधान में निहित समानता' की स्थाई गारंटी है। इसके अलावा, गरीब, मध्यम वर्ग और हाशिए पर पड़े वर्गों ने कांग्रेस पार्टी पर हमेशा अपना विश्वास कायम रखा है।' गौरतलब है कि तमिलनाडु में कांग्रेस के स्थानीय नेता सोनिया गांधी को सम्मान देते हुए उन्हें 'अन्नाई सोनिया' कहकर बुलाते हैं। तमिलनाडु में डीएमके और कांग्रेस का गठबंधन है और 2019 के लोकसभा चुनाव इस गठबंधन ने प्रदेश में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
'सोनिया के नेतृत्व में कांग्रेस प्रभावी विपक्षी पार्टी बनेगी'
आपको बता दें कि शनिवार को बुलाई गई बैठक में सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुना गया। इस बैठक में कांग्रेस के सभी राज्यसभा और नवनिर्वाचित 52 लोकसभा सांसद पहुंचे थे। इससे पहले 16वीं लोकसभा में भी सोनिया गांधी ही कांग्रेस संसदीय दल की नेता थीं। संसदीय दल के नेता के तौर पर सोनिया गांधी के चुने जाने के बाद कांग्रेस नेता के. सुरेश ने कहा, 'पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद सोनिया गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता का चुनाव करेंगी। इस मामले पर सोनिया गांधी जल्द दी फैसला लेंगी।' वहीं, सोनिया गांधी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस एक मजबूत और प्रभावी विपक्षी पार्टी साबित होगी, जो भारत के संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष करेगी।'
'हमारे 52 सांसद BJP को पटखनी देने के लिए काफी'
वहीं, कांग्रेस संसदीय बोर्ड की बैठक को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'लोकसभा में हमारे केवल 52 सांसद हैं, लेकिन मैं आपको गारंटी देता हूं कि हमारे ये 52 सांसद भारतीय जनता पार्टी से हर मोर्चे पर मुकाबला करेंगे। हम बीजेपी को हर रोज पटखनी देने के लिए काफी हैं। कांग्रेस पार्टी के हर सदस्य को यह याद रखना चाहिए कि आप में से प्रत्येक नेता संविधान बचाने के लिए लड़ रहा है, बिना किसी धार्मिक भेदभाव के देश के हर आदमी के लिए लड़ रहा है। भाजपा के नेता हमसे लड़ने के लिए नफरत और गुस्से का इस्तेमाल करते हैं और आने वाले समय में आपको इसका आनंद मिलने वाला है। हमें आक्रामक होना होगा। यह वक्त आत्मनिरीक्षण और पूरी तरह से बदलाव का है।' 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा पर यह राहुल गांधी का पहला हमला था।