क्रिकेटर मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ी राहत, लगी गिरफ्तारी पर रोक
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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार गेंदबाज मोहम्मद शमी और उनके भाई के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कोर्ट ने रोक लगा दी है। निचली अदालत के आदेश के खिलाफ अपील पर सुनवाई करने के लिए सेशन कोर्ट ने इस केस से जुड़े सभी रिकॉर्ड मांगे हैं। फिलहाल, शमी की गिरफ्तारी पर सेशन कोर्ट ने रोक लगा दी है। इसके पहले, पश्चिम बंगाल के अलीपुर की अदालत ने शमी की पत्नी हसीन जहां द्वारा दायर किए गए घरेलू हिंसा के मामले में गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था।
मोहम्मद शमी को मिली बड़ी राहत
मोहम्मद शमी और उनके भाई हासिद अहमद को कोर्ट ने 15 दिनों के भीतर सरेंडर करने को कहा था। शमी के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज है। हसीन जहां ने पिछले साल शमी पर घरेलू हिंसा के आरोप लगाए थे। इसी मामले में उनके खिलाफ केस भी दर्ज है। वहीं, वेस्टइंडीज का दौरा खत्म होने के बाद शमी अमेरिका चले गए हैं और वह बीसीसीआई के साथ-साथ अपने वकील के संपर्क में भी हैं। बताया जा रहा है शमी 12 सितंबर को भारत लौटेंगे।
जारी हुआ था गिरफ्तारी वॉरंट
बता दें कि पिछले काफी समय से भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और उनकी पत्नी हसीन जहां के बीच विवाद चल रहा है। कुछ पिछले महीने ही हसीन जहां ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन फरहत नकवी से मुलाकात की थी। हसीन जहां ने मार्च 2018 में मोहम्मद शमी पर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स के आरोप लगाए थे। हसीन जहां ने अपने आरोपों में कहा कि शमी से उनका तलाक नहीं हुआ है और वो उनके साथ रहना चाहती हैं।
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दर्ज है घरेलू हिंसा का मामला
हसीन जहां ने कहा था कि उनकी संपत्ति में मेरा और मेरी बेटी का अधिकार है, इसलिए मैं ससुराल में रहने गई तो मुझ पर जुल्म किए गए। पुलिस-प्रशासन ने शमी के दबाव में मेरे साथ दुर्व्यवहार किया। हसीन जहां ने अपने फेसबुक पेज पर वॉट्सऐप और मैसेंजर के कुछ स्क्रीन शॉट्स शेयर करते हुए दावा किया था कि शमी के कई महिलाओं के साथ नाजायज संबंध हैं। हसीन जहां ने यह भी दावा किया था कि मोहम्मद शमी मैच फिक्सिंग में भी शामिल हैं, जिसके बाद बीसीसीआई ने आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी। बाद में हसीन जहां के फिक्सिंग से जुड़े आरोप गलत पाए गए थे और क्लीन चिट मिलने के बाद शमी को भारतीय टीम का नया कॉन्ट्रैक्ट सौंपा गया था।