दिशा सालियान के शरीर पर मौजूद थे कई अप्राकृतिक जख्म, सुशांत की पूर्व मैनेजर की PM रिपोर्ट से खुलासा
नई दिल्ली- बॉलीवुड से जुड़ी दिशा सालियान की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के लगभग दो महीने बाद बहुत बड़ा खुलासा सामने आया है। दिशा की पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसके शव का ऑटोप्सी करने वाले डॉक्टरों ने उसके शरीर पर कई तरह की अप्राकृतिक चोटों का उल्लेख किया है। गौरतलब है कि मंगलवार को ही महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता नारायण राणे ने उसके प्राइवेट पार्ट्स में चोट होने और उसकी हत्या के दावे किए थे। उसके बाद इस पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट में अप्राकृतिक चोट के निशान की बात सामने आ रही है। हालांकि, कुछ रायायनिक परीक्षों की रिपोर्ट का अभी तक कुछ पता नहीं चला है, जिससे उसकी मौत की गुत्थी ज्यादा आसानी से सुलझ सकती है।
दिशा की मौत के दो महीने बाद आई बड़ी जानकारी
बॉलीवुड ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट में बहुत बड़ी संदेहास्पद बातों का खुलासा हुआ है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिशा सालियान के सिर पर गहरी चोट तो थी है, उसके शरीर पर कई अप्राकृतिक चोट के निशान भी मौजूद थे। दिशा मुंबई की जिस बिल्डिंग से गिरी थी, वह उसके 14वीं मंजिल पर थी और कहा जा रहा है कि उसने इमारत से छलांग लगा दी थी। उस वक्त वह अपने मंगेतर रोहन रॉय के घर पर थी। जो पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है, उसमें उसके शरीर पर जख्म के निशानों की पूरी डीटेल मौजूद है। बता दें कि 25 साल की सालियान की मौत को ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जोड़कर देखा जा रहा है।
अप्राकृतिक जख्म किस ओर इशारा कर रहे हैं ?
यहां एक चौकाने वाली बात ये भी सामने आ रही है कि दिशा की मौत 9 जून की रात 2 बजे (2 am) हो गई थी, लेकिन उसका पोस्ट-मॉर्टम दो दिन बाद यानि 11 जून को किया गया था। जाहिर है कि पोस्ट-मॉर्टम में हुई इस देरी को लेकर अब संदेह पैदा हो रहे हैं कि ऑटोप्सी में आखिर इतना वक्त क्यों लगाया गया। उसका पोस्ट-मॉर्टम मुंबई के बोरिवली पोस्ट-मॉर्टम सेंटर में किया गया था। ऑटोप्सी रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि 'सिर पर चोट, कई तरह की चोटें (अप्राकृतिक)' मौजूद थीं। सालिया के शव का परीक्षण करने वाले डॉक्टर मौत की 'प्राथमिक' वजह बिल्डिंग की 14वीं मंजिल से गिरने से लगी चोट बताई है।
केमिकल एनालिसिस रिपोर्ट का इंतजार
ऑटोप्सी रिपोर्ट में एक अहम बात सेक्सुअल असॉल्ट को लेकर है। इस रिपोर्ट में उसके प्राइवेट पार्ट्स में चोट को लेकर अलग से कोई खास बात का जिक्र तो नहीं किया गया है, लेकिन 'मल्टीपल इंजुरीज' का जिक्र जरूर किया गया। गौरतलब है कि अगर किसी महिला की अप्राकृतिक मौत होती है तो जांच के लिए उसका वजाइनल स्वैब भी लिया जाता है। इस केस में भी वजाइनल स्वैब लिया गया है, जिसे केमिकल एनालिसिस के लिए भेजा हुआ है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे ने मंगलवार को दावा किया था कि उसके 'प्राइवेट पार्ट्स' पर जख्मों के निशान पाए गए हैं। उन्होंने तो यहां तक दावा किया है कि दिशा की रेप के बाद हत्या की गई है। सोशल मीडिया पर भी इस तरह की थ्योरी खूब वायरल है और इसी आधार पर दिशा सालियान की संदिग्ध मौत को सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत से जोड़ा भी जा रहा है।
दिशा की मौत से जुड़े सबूत मांग रही है मुंबई पुलिस
ध्यान देने लायक बात ये भी है कि दोनों की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में एक हफ्ते के भीतर हुई है और दोनों की मौत को पुलिस आत्महत्या बता रही है और दोनों ने ही कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है। मुंबई पुलिस का दावा है कि उसे दिशा की खुदकुशी का संदेह इसलिए है, क्योंकि उसपर काम का बहुत ज्यादा दबाव था। वैसे मुंबई पुलिस ने इस केस में हादसे की संभावना को भी अभी तक पूरी तरह से खारिज नहीं किया है। उधर दिशा की मां ने भी कहा है कि वह नहीं जानतीं कि उनकी बेटी ने खुदकुशी ही की है? वह एक हादसा भी हो सकता है। इस बीच बुधवार सुबह ही मुंबई पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी कर लोगों से कहा है कि अगर उनके पास दिशा सालियान की मौत से जुड़ा कोई सबूत हो तो वह उससे संपर्क करें।
सीबीआई से कराने के लिए जनहित याचिका दायर
इस बीच बुधवार को ही सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिक दायर कर के 28 साल की दिशा सालियान की मौत की जांच भी सीबीआई की निगरानी में करवाने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि सुशांत और दिशा दोनों की मौत संदिग्ध परिस्थियों में हुई है और दोनों एक-दूसरे से जुड़े लग रहे हैं, इसलिए इनका एकसाथ जांच करवाना जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका विनीत ढांडा नाम के एक वकील ने दायर की है। इससे पहले केंद्र सरकार ने अदालत को बताया कि उसने सुशांत सिंह राजपूत की मौत सीबीआई को सौंपने की बिहार सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को इस केस की गैर-पेशेवर तरीके से हैंडल करने के लिए फटकार भी लगाई और कहा कि जिस तरह से पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी को जबरन क्वारंटीन किया गया, उससे अच्छा संदेश नहीं गया है।