दिशा पटानी ने मिशन चंद्रयान-2 के लिए इसरो की तारीफ की, सोशल मीडिया पर लोगों ने उड़ाया मजाक
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पटानी सोशल मीडिया पर अपने लुक को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। बॉलीवुड में उन्होंने फिल्म एमएसडी से अपना करियर शुरू किया था। लेकिन इंडस्ट्री में आने के बाद से ही लोगों को उनके नाम के उच्चारण को लेकर दुविधा रहती है। दरअसल इसरो ने मिशन चंद्रयान-2 को लॉन्च किया लेकिन कुछ ही दूरी से विक्रम लैंडर चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने से चूक गया। लेकिन बावजूद इसके लोग इसरो के इस शानदार प्रयास की तारीफ कर रहे हैं। दिशा ने भी सोशल मीडिया पर इसरो की तारीफ की है, लेकिन दिशा के पोस्ट पर लोग उनका ही मजाक उड़ा रहे हैं।
लोगों ने उड़ाया मजाक
दिशा
पटानी
ने
ट्विटर
पर
लिखा
कि
चंद्रयान
मिशन
में
जो
भी
शामिल
था,
उनपे
हमे
गर्व
है।
इसरो
आपका
शुक्रिया
आपने
अपने
शानदार
प्रयास
से
हमारे
साथ
कई
लोगों
को
प्रेरित
किया,
जय
हिंद।
दिशा
के
इस
ट्वीट
पर
लोगों
ने
उनका
मजाक
उड़ाना
शुरू
कर
दिया।
एक
यूजर
ने
लिखा
कि
पता
नहीं
क्यों
विक्रम
लैंडर
आपके
नाम
की
तरह
बर्ताव
करता
है।
एक
अन्य
यूजर
ने
लिखा
है
कि
जैसे
दिशा
पता
नहीं।
एक
अन्य
यूजर
ने
लिखा
कि
देर
से
समझ
आया
पर
अच्छा
लगा।
पाक के मंत्री का शर्मनाक ट्वीट
गौरतलब है कि पाकिस्तान के साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर फवाद चौधरी ने भारतीय मिशन चंद्रयान-2 को लेकर शर्मनाक ट्वीट किया था, उन्होंने लिखा था कि 'जो काम आता नहीं पंगा नहीं लेते ना.... डियर...एंडिया।' जिसके बाद वो इन दिनों ट्विटर पर काफी ट्रोल हो रहे हैं। लोग फवाद चौधरी के 2012 के ट्वीट को लेकर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। दरअसल, फवाद चौधरी का 10, फरवरी 2012 का एक ट्वीट वायरल होने लगा जिसमें उन्होंने लिखा था, 'सही उम्र में शादी और एक अच्छी पत्नी आपके कंप्यूटर का 40 जीबी स्पेस बचाती है।' इस ट्वीट के बाद पाकिस्तान के इस मंत्री को लोगों ने जमकर ट्रोल किया। इस ट्वीट को लेकर वे भारत के ट्विटर यूजर्स ही नहीं, अपने देश पाकिस्तान के यूजर्स के निशाने पर भी आ गए।
संपर्क साधने की कोशिश
बता दें कि मिशन के आखिरी पड़ाव में दिशा भटक चुके चंद्रयान 2 लैंडर विक्रम को तलाश लिया गया है। ऑर्बिटर की थर्मल इमेजिंग से लैंडर विक्रम का पता चला है। इसी से इसरो को लैंडर की सही लोकेशन का पता चला है। इसरो के मुताबिक चंद्रयान2 मिशन की सफलता रोशनी वाले लूनर डे ( पृथ्वी के 14 दिन के बराबर) में संभावित हैं और अगले 12 दिन में ग्राउंड स्टेशन लैंडर विक्रम से संपर्क साधने की कोशिश करेगा। अंतरिक्ष वैज्ञानिक की मानें तो चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर में वह टेक्नोलॉजी है कि वह गिरने के बाद भी खुद को खड़ा कर सकता है, लेकिन उसके लिए जरूरी है कि उसके कम्युनिकेशन सिस्टम से संपर्क हो जाए और उसे कमांड रिसीव हो सके।
इसे भी पढ़ें- चंद्रयान 2 को लेकर वीना मलिक ने किया भद्दा कमेंट, भारतीय एक्ट्रेस ने लगा दी क्लास