मनरेगा मजदूरी- सबसे ज्यादा हरियाणा, सबसे कम झारखंडी मजदूर को
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला) केन्द्र सरकार की मनरेगा योजना मजदूरी के नाम पर विभिन्न राज्यों के मजदूरों के साथ एक जैसा व्यवहार नहीं करती। यानी कि किसी राज्य के मनरेगा मजदूर को ज्यादा मजदूरी मिलती है,किसी को कम।
हरियाणा आगे
सबसे मजदूरी मिलती है हरियाणा में काम करने वाले मनरेगा मजदूरों को। केंद्र सरकार ने हरियाणा के मजदूरों के लिए सबसे अधिक 250 रुपये प्रतिदन तय किया है। हालांकि केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के पास इस सवाल का जवाब नहीं है। कोई भी अधिकारी इस सवाल का जवाब देने के लिए तैयार नहीं हुआ। पर जानकारों का कहना है कि राज्य सरकार इस भेदभाव को केन्द्र सरकार के समक्ष उठाएगी।
उधर, झारखंड के मनरेगा मजदूर को देश में सबसे कम दैनिक मजदूरी मिलती है। आप कह सकते हैं कि झारखंड के मनरेगा मजदूर सबसे सस्ते हैं। झारखंड के मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी 178 रुपये प्रतिदिन है। यानी हरियाणा के मजदूर से 72 रुपये कम। जो काफी है।
भेदभाव ना हो
श्रम मामलों के विशेषज्ञ कहते हैं कि मनरेगा मजदूरों की मजदूरी एक समान होनी चाहिए। इसमें भेदभाव करना गलत है। इससे बहुत खराब संदेश जाता है।
उधर, एक राय ये भी है कि झारखंड में
बेरोजगारी की गंभीर समस्या के कारण ऐसा हुआ है। इसी के कारण यहां के मजदूर रोजगार की तलाश में देश के चप्पे-चप्पे में हैं। एक अनुमान के मुताबिक लाखों झारखंडी मजदूर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार एवं अन्य प्रदेशों में काम कर रहे हैं।