पुणे: स्किन कलर के इनरवियर का मामला हुआ गर्म, शिक्षा निदेशक बोले कराएंगे जांच
पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में जाने-माने स्कूल द्वारा छात्राओं के लिए अजीबो-गरीब फरमान सुनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। हाल ही में स्कूल की तरफ से सफाई आने के बाद अब पुणे के शिक्षा निदेशक का बयान भी आ गया है। शिक्षा निदेशक ने कहा है कि, 'छात्राओं के माता-पिता की शिकायत पर स्कूल के खिलाफ एक जांच कमेटी गठित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ऐसे स्कूलों के खिलाफ कठोर कदम उठाया जाएगा।
यह
था
मामला
पुणे
के
जाने-माने
स्कूल
माईर्स
एमआईटी
का
विश्व
शांति
गुरुकुल
के
तहत
आने
वाले
श्री
सरस्वती
न्यू
इंग्लिश
स्कूल,
श्री
स्वामी
विवेकानंद
प्राथमिक
शाला
और
एमआईटी
पूर्व
प्राथमिक
शाला
के
प्रबंधन
ने
कैलेंडर
(डायरी)
के
जरिए
नियमावली
जारी
की
थी।
नियमावली
में
छात्राओं
को
स्कूल
में
खास
रंग
के
इनर
वियर
पहनकर
आना
है।
अपने
फरमान
के
साथ
स्कूल
ने
जुर्माने
का
भी
ऐलान
कर
दिया।
स्कूल
ने
छात्राओं
के
लिए
20
से
22
जटिल
नियमों
की
लिस्ट
बना
दी
और
अभिभावकों
के
पास
एक
एफिडेविट
साइन
कराने
के
लिए
भेज
दिया।
स्कूल
के
इस
नई
गाइडलाइन
से
पेरेंट्स
में
काफी
आक्रोश
में
आ
गए।
अभिभावकों
ने
स्कूल
के
खिलाफ
प्रदर्शन
शुरू
कर
दिया।
स्कूल
के
सामने
अभिभावकों
की
भारी
भीड़
जमा
हो
गई।
स्कूल
ने
दी
थी
सफाई
अभिभावकों
ने
प्राथमिक
शिक्षा
विभाग
के
सह
निदेशक
दिनकर
टेमकर
से
मुलाकात
कर
स्कूल
प्रबंधन
के
खिलाफ
कार्रवाई
की
मांग
की
है।
जिसके
बाद
महाराष्ट्र
के
एमआईटी
ग्रुप
की
कार्यकारी
निदेशक
डॉ.
सुचित्रा
खारद
नागरे
ने
इस
मामले
में
सफाई
दी
थी।
उन्होंने
स्कूल
की
ओर
से
सफाई
देते
हुए
कहा
कि
स्कूल
की
नई
डायरी
में
कुछ
भी
विशेष
निर्देश
नहीं
दिए
गए
हैं।
जो
नियम
बच्चों
के
लिए
बनाए
गए
हैं
वो
हमने
अपने
पहले
के
अनुभवों
से
सीखा
है
और
उसे
उसे
लागू
करने
का
फैसला
किया
है।
इसके
पीछे
कोई
भी
छीपी
हुई
बात
नहीं
है।
जांच
कर
की
जाएगी
कार्रवाई
माता-पिता
और
छात्राओं
की
शिकायत
पर
शिक्षा
निदेशक
ने
एक
समिति
का
गठित
कर
स्कूल
की
जांच
करने
के
निर्देश
दिए
है।
उन्होंने
कहा
कि
समिति
की
रिपोर्ट
आने
के
बाद
ईडीयू
विभाग
सख्त
कदम
उठायेगा।