दिग्विजय ने कहा: गांधी के हत्यारों में सावरकर का नाम दर्ज था, अंग्रेजों से मांगी थी माफी कैसे मिल सकता है भारत रत्न
झाबुआ। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में वीर सावरकर को भारत रत्न दिलाने का वादा किया। इस पर अब देश में तमाम विपक्षी पार्टियां भाजपा पर निशाना साध रही हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, भाजपा को भूलना नहीं चाहिए कि सावरकर पर महात्मा गांधी की हत्या मामले में केस दर्ज हुआ था और वह तो अंग्रेजों से माफी मांग कर लौट आए थे। भाजपा ऐसे व्यक्ति को कैसे भारत रत्न देने की मांग कर सकती है।
बता दें, बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया कि वह वीर सावरकर के अलावा सावित्री बाई फूले और ज्योति राव फुले के भारत रत्न देने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजेंगे। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, हमारी सरकार वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग केंद्र सरकार के सामने रखेगी। हमारी यही कोशिश है कि सावरकर को भारत रत्न मिले। भाजपा के इस घोषणा पत्र के बाद से बवाल मचा हुआ है, कांग्रेस सहित विपक्ष के कई बड़े नेता ने इसकी आलोचना की है।
सावरकर
के
जीवन
के
दो
पहलू
थे:
दिग्विजय
दिग्विजय
सिंह
ने
प्रेस
कांफ्रेंस
में
मीडिया
को
संबोधित
करते
हुए
कहा
कि,
सावरकर
के
जीवन
के
दो
पहलू
थे,
पहले
ये
कि
वह
जेल
से
लौटने
के
बाद
आजादी
की
लड़ाई
में
स्वतंत्रता
सेनानियों
का
साथ
दिया
और
दूसरा
ये
कि
उनपर
महात्मा
गांधी
की
हत्या
की
साजिश
में
शामिल
होने
का
आरोप
लगा।
दिग्विजय
ने
बताया
कि,
सावरकर
अंग्रेजों
से
माफी
मांगकर
वापस
लौट
आए
और
स्वाधीनता
संग्राम
में
अपनी
भागीदारी
दी।
आजादी
के
बाद
उनका
नाम
राष्ट्रपिता
की
हत्या
करने
के
लिए
साजिश
रचने
के
तौर
पर
दर्ज
हुआ।
हमें
भूलना
नहीं
चाहिए
कि
माहात्मा
गांधी
की
हत्या
के
मामले
में
सावरकर
पर
केज
भी
चला
था,
ऐसे
शख्स
को
भारत
रत्न
देने
की
बाद
बीजेपी
कैसे
कर
सकती
है?
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राजनीति
से
ले
सकते
हैं
संयास
कांग्रेस
के
वरिष्ठ
नेता
और
मध्यप्रदेश
के
दो
बार
मुख्यमंत्री
रह
चुके
दिग्विजय
सिंह
ने
बुधवार
को
एक
रैली
को
संबोधित
किया।
उन्होंने
अपने
भाषण
में
राजनीति
से
संयास
लेने
की
ओर
इशारा
किया,
उन्होंने
कहा
कि,
मैं
और
कांतिलाल
भूरिया
सक्रिय
राजनीति
में
लंबा
समय
हो
गया
है,
और
अब
हम
उस
पड़ाव
पर
आ
चुके
हैं
जहां
अब
हमें
संयास
ले
लेना
चाहिए।