राजस्थान संकट के बीच दिग्विजय सिंह ने दी सचिन पायलट को ये सलाह
दिग्विजय सिंह ने सचिन पायलट से उनकी उम्र पूछते हुए उन्हें एक सलाह दी है...
नई
दिल्ली।
राजस्थान
के
डिप्टी
सीएम
पद
से
हटाए
जाने
के
बाद
सचिन
पायलट
ने
साफ
तौर
पर
कहा
है
कि
वो
भाजपा
में
शामिल
नहीं
हो
रहे
हैं।
सचिन
पायलट
ने
आरोप
लगाते
हुए
कहा
कि
राहुल
गांधी
के
कांग्रेस
अध्यक्ष
पद
से
हटने
के
बाद
से
ही
अशोक
गहलोत
और
उनकी
टीम
ने
उनके
खिलाफ
साजिश
करना
शुरू
कर
दिया
था।
सचिन
पायलट
के
इन
आरोपों
पर
अब
मध्य
प्रदेश
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
और
कांग्रेस
नेता
दिग्विजय
सिंह
ने
जवाब
दिया
है।
दिग्विजय
सिंह
ने
कहा
है
कि
सचिन
पायलट
की
हरकतें
पार्टी
के
अनुशासन
के
खिलाफ
हैं।
'वो अभी भी युवा हैं, थोड़ा धैर्य रखना चाहिए'
दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'सचिन पायलट को सांसद बनाया गया, केंद्रीय मंत्री बनाया गया, राजस्थान का पार्टी अध्यक्ष बनाया और डिप्टी सीएम बनाया गया। उनकी उम्र क्या है? वो अभी भी युवा हैं, उन्हें थोड़ा धैर्य रखना चाहिए। उनकी हरकतें पार्टी के अनुशासन के खिलाफ हैं। इन युवाओं में धैर्य नहीं है।'
दिग्विजय ने शेयर किए सिंधिया और पायलट के पुराने वीडियो
इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया के कुछ वीडियो भी शेयर किए। वीडियो शेयर करते हुए दिग्विजय सिंह ने लिखा, 'राष्ट्रीय स्तर पर उभरते हुए इन दो नेताओं को लेकर लोगों में बहुत विश्वास और उम्मीद थी। अब सुनिए कि इन्होंने क्या कहा था और अब क्या कर रहे हैं।'
विश्वेंद्र सिंह और रमेण मीणा को भी मंत्री पद से हटाया गया
आपको बता दें कि कांग्रेस ने मंगलवार को विधायक दल की बैठक में फैसला लेते हुए सचिन पायलट के साथ-साथ दो मंत्रियों विश्वेंद्र सिंह और रमेण मीणा को भी उनके पद से हटा दिया। ये दोनों मंत्री सचिन पायलट के खेमे में थे। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सचिन पायलट और उनकी टीम ने भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर एक षड्यंत्र के तहत अशोक गहलोत की सरकार गिराने की कोशिश की।
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अब सचिन पायलट को अयोग्य ठहराने की तैयारी
वहीं, सचिन पायलट को डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटाने के बाद कांग्रेस ने अब उन्हें विधानसभा से अयोग्य घोषित करने की तैयारी शुरू कर दी है। विधानसभा स्पीकर ने सचिन पायलट समेत कांग्रेस के 19 बागी विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में अयोग्य ठहराने के लिए नोटिस भेजकर शुक्रवार तक जवाब मांगा है। दरअसल इस कदम के जरिए कांग्रेस विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होने की स्थिति में बहुमत के आंकड़े को कम करना चाहती है।
सचिन पायलट ने टाली प्रेस कॉन्फ्रेंस
सचिन पायलट और अन्य बागी विधायकों को भेजे गए नोटिस में उनसे पूछा गया है कि उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और कांग्रेस विधायक दल की दो बैठकों में बिना कारण बताए गैरहाजिर रहने के लिए अयोग्य क्यों नहीं ठहराया जाना चाहिए। वहीं, सचिन पायलट भी आज इस पूरे प्रकरण को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे, लेकिन फिलहाल उन्होंने इसे टाल दिया है। इससे पहले सचिन पायलट ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए लिखा था, 'सत्य को परेशान किया जा सकता है, लेकिन पराजित नहीं।'