Article 370 के लिए कांग्रेसियों पर ही भड़के दिग्विजय....आधे से ज्यादा को नहीं पता
नई दिल्ली- कांग्रेस के चर्चित नेता दिग्विजय सिंह ने अबकी बार अपनी पार्टी के नेताओं के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। उनके निशाने पर आधे से ज्यादा कांग्रेसी हैं, जिनके बारे में उन्होंने कहा है कि वे नहीं जानते की आर्टिकल-370 है क्या? दरअसल, कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने भी इस मामले में खुलकर मोदी सरकार की तारीफ की थी और उसका समर्थन किया था। लेकिन, दिग्विजय सिंह को ये बात अच्छी नहीं लगी है और गुरुवार को नेहरू जयंती के मौके पर उन्होंने इन दिग्गज कांग्रेसियों के खिलाफ ही जमकर भड़ास निकाली है। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा और आरएसएस को चुनौती दी है कि उन्होंने जिस तरह से अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का समर्थन किया है, वैसे ही सबरीमाला में भी करे।
जब कांग्रेसियों पर ही भड़क गए दिग्विजय
कांग्रेस के नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अब आर्टिकल-370 का समर्थन करने वाले कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। वरिष्ठ कांग्रेसी ने कहा है कि उनकी पार्टी के ज्यादातर लोगों को इसके बारे में कुछ पता ही नहीं है, लेकिन फिर भी उसका समर्थन कर रहे हैं। दिग्विजय ने अपनी ये भड़ास पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती के मौके पर भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में निकाली है। दिग्विजय बोले कि कश्मीर हमारे हाथ से निकला जा रहा है और अगर कश्मीर चाहिए तो कश्मीर के लोगों को साथ लेकर चलना पड़ेगा, लेकिन कह रहे हैं कि अच्छा किया। उन्होंने कांग्रेस के आधे से ज्यादा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'आधे से अधिक कांग्रेसियों को यह पता ही नहीं है कि 370 है क्या। वो कहते हैं कि केंद्र सरकार ने अच्छा काम किया है......क्या अच्छा किया ?......'
दिग्विजय के निशाने पर कौन कांग्रेसी ?
आधे कांग्रेसियों में दिग्विजय के निशाने पर कौन हैं वे तो वे ही जानें। लेकिन, पार्टी में उनके विरोधी खेमे के माने जाने वाले कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया उन पहले कांग्रेसियों में से हैं, जिन्होंने मोदी सरकार के आर्टिकल 370 हटाने के फैसले का खुलकर समर्थन किया है। इसके अलावा देश के कई इलाकों में कई बड़े कांग्रेसी नेताओं ने इस मसले पर सरकार का समर्थन किया है। इन नेताओं में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और महासचिव जनार्दन द्विवेदी, हरियाणा के दीपेंद्र सिंह हुड्डा, मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और राहुल गांधी के करीबी मिलिंद देवड़ा जैसे नाम भी शामिल हैं। इन सबके अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी कह चुके हैं कि संसद में बिल का समर्थन किया था, सिर्फ इसे हटाने के तरीके का विरोध हुआ था।
सबरीमाला के बहाने निशाने पर बीजेपी
उधर दिग्विजय ने आर्टिकल-370 के अलावा सबरीमाला के मुद्दे पर भी बीजेपी और उसके बहाने आरएसएस को घेरने की कोशिश की है। उनका कहना है कि भाजपा और संघ ने जैसे अयोध्या के मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है, उसी तरह उन्हें इस मामले में भी अदालत के फैसले को मानना चाहिए। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सबरीमाला और कुछ अन्य धार्मिक मुद्दों को सुप्रीम कोर्ट की 7 सदस्यीय संविधान पीठ को सौंपने को कहा है। कांग्रेस के पूर्व महासचिव ने कहा कि, 'मुझे खुशी है अयोध्या पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सभी पक्षों ने कबूल किया है।....उन्हें (भाजपा और आरएसएस को) सबरीमाला के फैसले को भी ऐसे ही मानना चाहिए, जैसे उन्होंने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को माना है। '
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