क्या चुनाव में मतदाता ने बैलेट बॉक्स में चिट्ठी डालकर मांगी बियर? फ़ैक्ट चेक
सोशल मीडिया पर जिस कथित चिट्ठी की तस्वीर शेयर की जा रही है, उसके बारे में कहा जा रहा है कि ये चिट्ठी चुनाव आयोग के अधिकारियों को मिली थी और उन्होंने इसे जारी किया है. लेकिन इस चिट्ठी को देखकर यह लगता नहीं है कि इसे मोड़कर किसी बैलेट बॉक्स में डाला गया होगा क्योंकि तस्वीर में ये पन्ना (लेटर) कॉपी से जुड़ा हुआ दिखाई दे रहा है.
दक्षिण भारतीय राज्यों में सोशल मीडिया पर एक कथित लेटर इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि तेलंगाना मंडल चुनावों के दौरान किसी वोटर ने बैलेट बॉक्स में चिट्ठी डालकर सूबे के मुख्यमंत्री से उनके इलाक़े में बियर उपलब्ध कराये जाने की मांग की है.
इस वायरल लेटर के अनुसार यह मामला तेलंगाना राज्य के जगित्याल ज़िले का है लेकिन सोशल मीडिया पोस्ट्स में इसे करीमनगर ज़िले की घटना बताकर भी शेयर किया जा रहा है.
एक साधारण कॉपी के पन्ने पर यह लेटर लिखा गया है जिसपर 6 मई 2019 तारीख़ डली हुई है.
इस वायरल चिट्ठी को लिखने वाले ने इसे 'जगित्याल ज़िले की जनता' की तरफ़ से सूबे के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के लिए लिखा है.
चिट्ठी में लिखा है, "हमारे ज़िले में किंगफ़िशर बियर का स्टॉक ख़त्म हो गया है. इस वजह से हमारे ज़िले के लोग बियर लेने के लिए दूसरे ज़िले में जा रहे हैं. इसलिए यह बियर हमारे राज्य में भी उपलब्ध कराई जाये."
सोशल मीडिया पर यह चिट्ठी इतनी वायरल हुई कि स्थानीय मीडिया समेत टाइम्स ऑफ़ इंडिया जैसी नेशनल मीडिया न्यूज़ वेबसाइट्स पर भी इसे एक ख़बर के तौर पर पब्लिश किया गया है.
इन वेबसाइट्स के अनुसार तेलंगाना मंडल चुनाव की काउंटिंग के दौरान चुनाव अधिकारियों को यह चिट्ठी मिली है.
चुनाव आयोग के अनुसार तेलंगाना के जगित्याल ज़िले में 6 मई 2019 को मंडल चुनाव के लिए मतदान हुआ था.
बीबीसी के कई पाठकों ने तेलुगू भाषा में लिखी इस चिट्ठी को वॉट्सऐप के ज़रिए हमें भेजा है और इसकी सच्चाई जाननी चाही है.
अपनी पड़ताल में हमने पाया कि इस चिट्ठी के साथ जिस तरह के दावे किये जा रहे हैं, वो फ़र्ज़ी हैं.
चिट्ठी का जाँच
सोशल मीडिया पर जिस कथित चिट्ठी की तस्वीर शेयर की जा रही है, उसके बारे में कहा जा रहा है कि ये चिट्ठी चुनाव आयोग के अधिकारियों को मिली थी और उन्होंने इसे जारी किया है.
लेकिन इस चिट्ठी को देखकर यह लगता नहीं है कि इसे मोड़कर किसी बैलेट बॉक्स में डाला गया होगा क्योंकि तस्वीर में ये पन्ना (लेटर) कॉपी से जुड़ा हुआ दिखाई दे रहा है.
इस बात की आधिकारिक पुष्टि करने के लिए हमने तेलंगाना चुनाव आयोग और जगित्याल ज़िले के जॉइंट कलेक्टर से बात की.
तेलंगाना चुनाव आयोग के सचिव एम अशोक कुमार ने बताया कि मंडल चुनाव के बैलेट बॉक्स ज़िला स्तर के अधिकारी के सामने खोले जाते हैं. इसलिए ऐसी किसी चिट्ठी की सूचना चुनाव आयोग को नहीं है जिसमें बियर की माँग की गई हो.
जगित्याल ज़िले के जॉइंट कलेक्टर बी राजेसम ने बीबीसी को बताया कि मंडल चुनाव की मतगणना के दौरान उन्हें एक लेटर बैलेट बॉक्स में पड़ा मिला था जिसे जगित्याल ज़िले के किसी लोकल आदमी ने लिखा था और उन्होंने प्रशासन से उनके इलाक़े में रोड बनाने की माँग की थी. लेकिन बियर वाली बात झूठ है.
पर क्या कभी ऐसा कोई वाकया हुआ है जिसमें किसी स्थानीय शख़्स ने ऐसी माँग रखी हो?
इसके जवाब में जॉइंट कलेक्टर बी राजेसम ने कहा कि साल 2018 में 'प्रजा वाणी कार्यक्रम' के दौरान एक बुज़ुर्ग आदमी ने ज़िलाधिकारी को चिट्ठी लिखकर ऐसी मांग की थी कि उनके इलाक़े में शराब की सप्लाई दुरुस्त की जाये.
तेलंगाना राज्य में 'प्रजा वाणी कार्यक्रम' एक ऐसा आयोजन होता है जिसमें ज़िलाधिकारी अपने क्षेत्र के लोगों से मिलते हैं और उनकी समस्याओं को सुनते हैं.
जॉइंट कलेक्टर ने कहा कि ऐसा लगता है कि किसी ने जानबूझकर दोनों घटनाओं को मिक्स किया है और फ़र्ज़ी ख़बर फ़ैलाने की कोशिश की है.
(इस लिंक पर क्लिक करके भी आप हमसे जुड़ सकते हैं)
- पढ़ें फ़ैक्ट चेक की सभी कहानियाँ एक साथ - फ़ैक्ट चेक- जानें फ़र्ज़ी ख़बरों और दावों का सच