WhatsApp Chat Leak: क्या अर्नब गोस्वामी को पहले से थी बालाकोट स्ट्राइक की जानकारी? विपक्ष ने की जांच की मांग
नई दिल्ली। Arnab Goswami WhatsApp Chat Leak: रिपब्लिक टीवी के मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) और ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) के पूर्व सीईओ पार्थ दासगुप्ता इन दिनों सवालों के घेरे में है। सोशल मीडिया पर अर्नब और पार्थ दासगुप्ता के बीच हुई कथित WhatsApp चैट्स लीक हुई है, जिसमें कई चिंताजनक बातें सामने आई हैं। चैट में हुई बातचीत से इस बात के संकेत मिले हैं कि अर्नब गोस्वामी को पहले से ही बालाकोट स्ट्राइक (Balakot Strike) और जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 जैसे बड़े और गुप्त फैसलों की जानकारी पहले से ही थी।
अर्नब गोस्वामी और पार्थ दासगुप्ता की कथित WhatsApp चैट्स से यह सवाल खड़ा होने लगा है कि क्या रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ गोस्वामी को पहले ही पाकिस्तान में आतंकवादियों पर हमले और जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हजाए जाने की जानकारी थी? चैट को लेकर अब देश की सियासत में भी भूचाल आ गया है, विपक्ष ने कथित व्हाट्सएप चैट की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट कर राष्ट्रीय सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की है।
यह भी पढ़ें: कंगना रनौत और ऋतिक को लेकर अर्नब गोस्वामी का व्हाट्सएप चैट लीक, एक्ट्रेस को Erotomania से ग्रसित बताया
सांसद मनीष तिवारी ने ट्विटर पर लिखा, 'अगर मीडिया का एक वर्ग सही रिपोर्टिंग कर रहा है तो यह बालाकोट हवाई हमलों और 2019 के आम चुनावों के बीच सीधे जुड़ाव की ओर इशारा करता है। क्या चुनावी उद्देश्य से राष्ट्रीय सुरक्षा को मथा गया? इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति जांच की अवश्यकता है। मनीष तिवारी के अलावा कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने भी सवाल उठाए हैं। चिदंबरम ने ट्वीट में लिखा, 'क्या असल स्ट्राइक से तीन दिन पहले एक पत्रकार (और उसके दोस्त) को बालाकोट शिविर में जवाबी हमले के बारे में पता था? यदि हाँ, तो इस बात की क्या गारंटी है कि उनके स्रोतों ने पाकिस्तान के साथ काम करने वाले जासूसों या मुखबिरों सहित अन्य लोगों के साथ भी जानकारी साझा नहीं की होगी?'