पहले कार और फ्लैट देने वाले हीरा कारोबारी ने इस बार अपने कर्मचारियों को दी एक करोड़ वाली Mercedes Benz
सूरत। अपने कर्मचारियों को महंगे गिफ्ट देने के लिए मशहूर हीरा व्यापारी सावजी भाई ढोलकिया ने एक बार फिर दरियादिली दिखाई है। सावजी ने अपनी कंपनी के 25 साल पूरे होने पर अपने कर्मचारियों को एक-एक करोड़ रुपए के कीमत की तीन मर्सडीज-बेंज जीएलएस एसयूवी कार गिफ्ट में दी है। सूरत में आयोजित एक समारोह में सावजी ने इन तीनों मर्सिडीज-बेंज जीएलएस-350 एसयूवी कार को अपने कर्मचारियों को सौप दिया है।
सूरत में मर्सिडीज-बेंज जीएलएस की कीमत 1 करोड़
सावजी ढोलकिया ने जिस मर्सिडीज-बेंच जीएलएस-350 एसयूवी कार गिफ्ट की है सूरत में उसकी ऑन रोड कीमत वर्तमान में 1 करोड़ रुपए के करीब है। मर्सिडीज बेंच जीएलएस 350 डी 3.0 लीटर से पॉवर जनरेट करती है। 7 स्पीज की डीजल ऑटोमेटिक इंजन से लैस है। इस कार की गिनती दुनिया की टॉप एसयूवियों में होती है। भारत में तो कई दिग्गज हस्तियां इन्ही की सवारी करती हैं।
2017 में गिफ्ट की थी कार
यह पहली बार नहीं है जब सावजी ने इस तरह से कुछ किया है। हीरा व्यापारी सावजी ने साल 2017 में भी चर्चा में आए थे। तब उन्होंने नए साल के अवसर पर अपने कर्मचारियों को डटसन रेडी-गो कार गिफ्ट की थी। सावजी ने कुल 1200 कारों को उपहार के तौर पर बांटा था। सावजी के इस कदम की पूरे देश में सरहना हुई थी और काफी दिनों तक वे मीडिया में भी छाए रहे।
2016 में दिए थे फ्लैट
हीरा कारोबारी सावजी ढोलकिया पहली बास साल 2016 में चर्चा में आए थे। वो भी तब जब सावजी ने दीवाली के अवसर पर अपने कर्मचारियों को 51 करोड़ रुपए का बोनस दिया था। इस अवसर पर सावजी ने लगभग 400 कर्मचारियों को फ्लैट के साथ-साथ 1260 कारे उपहार में दिए थे। इस दौरान भी सावजी खूब चर्चा में थे और कार गिफ्ट करते हुए कई सारे फोटो भी सामने आई थी।
प्रदर्शन के आधार पर मिलता है उपहार
सावजी कहते है कि वह कर्मचारियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर गिफ्ट प्रदान करते हैं। क्योंकि काम करने वालों को कभी ये ना लगे की कंपनी ने उनके लिए कुछ नहीं किया और वे नाखुश रहे। बता दें कि सावजी ढोलकिया हरे कृष्ण एक्सपोर्टर कंपनी के मालिक हैं। जो कि हीरे और टेक्सटाइल्स की कारोबार करती है। सावजी की कंपनी सलाना 6000 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार करती है। हालांकि भारत में ऐसे कई हीरा कारोबारी है लेकिन सावजी ने जिस तरह से अपने कर्मचारियों को उपहार दिया है और देते आ रहे हैं वैसा पहले किसी ने नहीं किया।