नंगे पांव करोलबाग जाते थे धर्मपाल गुलाटी, लग्जरी कार से उतरकर करते थे तांगे की सवारी, जानिए क्यों?
नई दिल्ली। मसालों के शहंशाह' और MDH ग्रुप के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी ने आज सुबह दुनिया से विदाई ले ली। कभी दिल्ली में तांगा चलाकर परिवार का पेट भरने वाले धर्मपाल गुलाटी ने अपने संघर्ष से ये साबित किया कि अगर आपको खुद पर भरोसा है और इराद नेक हैं, तो सफलता निश्चित रूप से आपके कदम चूमेगी। महाशय धर्मपाल गुलाटी उन लोगों में शामिल थे , जिन्होंने जीवन में हर चीज पाई लेकिन कभी भी अपनी सफलता को अपने सिर पर चढ़कर बोलने नहीं दिया, इस वजह से धर्मपाल गुलाटी को आज लोग एक ईमानदार, हुनरमंद, समाजसेवी, बच्चों से प्रेम करने वाले और विनोद प्रिय व्यक्ति के रूप में याद कर रहे हैं।
तांगे की सवारी को बना लिया शौक...
महाशय धर्मपाल गुलाटी कभी भी अपने जड़ों को भूले नहीं, यही वजह से थी जिस तांगे को खींचकर कभी वो परिवार के लिए दो वक्त की रोटी जुटाते थे, उसे उन्होंने बाद में अपना शौक बना लिया, उन्हें जब भी मौका मिलता और जब तक उनकी सेहत ने उनका साथ दिया वो तांगे की सवारी किया करते थे, वो अक्सर लग्जरी कार से उतरकर तांगे की सवारी करने जाते थे। बता दें कि विभाजन के बाद भारत आने पर महाशय धर्मपाल गुलाटी दिल्ली रेलवे स्टेशन से कुतुब रोड तक और करोल बाग से बाड़ा हिंदू राव तक तांगा चलाते थे।
करोलबाग में नंगे पांव ही जाते थे गुलाटी
इसके अलावा धर्मपाल गुलाटी दिल्ली के करोलबाग में नंगे पांव ही जाते थे क्योंकि वो इस जगह को अपना मंदिर मानते थे क्योंकि इसी जगह से उन्हें बिजनेस की दुनिया में एक बड़ी पहचान मिली थी। अपनी इन बातों का जिक्र धर्मपाल गुलाटी ने अपनी आत्मकथा में किया है।
धर्मपाल गुलाटी को पसंद था पंजाबी व्यंजन
धर्मपाल गुलाटी को पतंग उड़ाना, पहलवानी करना, कबूतरबाजी करना पसंद था। करीब 940 करोड़ के मालिक धर्मपाल गुलाटी क्रिसलर लिमो कार से घूमा करते थे, उन्हें पंजाबी व्यंजन बहुत ज्यादा पसंद थे।
'इंडियन ऑफ द ईयर'
आपको बता दें कि एमडीएच स्विट्जरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, कनाड़ा, यूरोपीय देशों, इत्यादि में मसालों का निर्यात करता है। वर्तमान में, एमडीएच भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में मसालों की श्रेणी में सबसे बड़े ब्रांडों में से एक है। गुलाटी को साल 2016 में एबीसीआई वार्षिक पुरस्कारों में 'इंडियन ऑफ द ईयर' चुना गया था।
धर्मपाल गुलाटी ने मां के नाम पर बनवाया अस्पताल
गौरतलब है कि मसाला कंपनी के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी ने आज 98 बरस की अवस्था में सुबह 5:30 बजे दिल्ली के माता चानन देवी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। उनके निधन की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है, हालांकि वो कई दिनों से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे। हाल ही में उन्हें कोरोना भी हो गया था लेकिन वो कोरोना से जंग जीत गए थे। मालूम हो कि ये चानन देवी अस्पताल धर्मपाल गुलाटी की मां के नाम पर बना हुआ है।