इथोपिया विमान हादसे के बाद DGCA ने जारी की गाइडलाइन, विमानों की जांच के दिए निर्देश
नई दिल्ली। इथोपिया विमान हादसे के बाद चीन, इंडोनेशिया समेत कई देशों ने सोमवार को अपनी सभी घरेलू विमानन कंपनियों से बोईंग 737 मैक्स-8 का व्यावसायिक इस्तेमाल तत्काल रोक लगा दी है। अब भारतीय नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने इस हादसे के बाद विमानन नियामक डीजीसीए को घरेलू विमानन कंपनियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे बोइंग 737 मैक्स विमानों की सुरक्षा जांच करने के लिए कहा है। मंत्रालय की ओर से इसे लेकर एक विज्ञप्ति भी जारी की गई है।
यह निर्देश इथियोपियन एयरलाइंस द्वारा परिचालित बोइंग 737 विमान के क्रैश होने के बाद जारी किया गया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा जारी गई एडवाइजरी में कहा गया है कि, पिछले 5 महीने में 737 मैक्स-8 विमानों की 2 घातक दुर्घटनाएं हुई हैं। वर्तमान में 2 भारतीय विमानन कंपनियां स्पाइसजेट (12 विमान) और जेट एयरवेज (5 विमान) इन विमानों का इस्तेमाल कर रही हैं।
DGCA ने अतिरिक्त कार्रवाइयों के लिए विज्ञप्ति जारी किया। नियामक ने बयान में कहा कि डीजीसीए स्थिति पर नजदीकी निगाह रखेगा। दुर्घटना जांच एजेंसी (एफएए) बोइंग से मिलने वाली जानकारी के आधार पर अतिरिक्त परिचालन-रखरखाव उपाय कर सकता है और प्रतिबंध लगा सकता है। डीजीसीए ने विमानन कंपनियों से कहा है कि वे 737 मैक्स विमानों के संदर्भ में इंजीनियरिंग और रखरखाव कर्मियों के बारे में विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करें। बयान में कहा गया है कि 12 मार्च को दिन में 12 बजे के बाद से डीजीसीए के ताजा निर्देशों के अनुपालन के बिना बोइंह 737-8 मैक्स विमानों का परिचालन नहीं किया जा सकेगा।
वहीं प्रभु ने सोमवार को ट्वीट में कहा कि उन्होंने नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अधिकारियों को घरेलू कंपनियों द्वारा परिचालित बोइंग 737- मैक्स विमानों के 'सुरक्षा जांच' का निर्देश दिया है। प्रभु ने कहा, 'यात्रियों की सुरक्षा हमारे की सबसे पहली चिंता है। नागर विमानन सचिव और डीजीसीए को तुरंत उचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।
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