तलाशी के दौरान रोती रही देवयानी, नहीं माने अमेरिकी
अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के बाद देवायानी ने भारतीय विदेश सेवा के अपने साथियों को एक मेल लिखकर आपबीती बताई है। सहकर्मियों को लिखे ईमेल में देवयानी ने बताया कि उसे सिर्फ हथकड़ी ही नहीं लगाई गई थी, बल्कि उसके कपड़े उतरवाकर तलाशी ली गई थी। इतना ही नहीं उन्हें पुलिस स्टेशन में सेक्स वर्करों, अपराधियों और नशेडियों के साथ खड़ा किया गया। देवयानी ने लिखा कि तलाशी के दौरान वह कई बार रो पड़ी, लेकिन देश की प्रतिनिधि होने के कारण धैर्य और गरिमा को बनाए रखने की पूरी कोशिश की।
देवयानी का ईमेल मिलने के बाद आईएफएस समिति के पदाधिकारियों ने फैसला किया है कि जब तक अमरीका इस मामले में बिना शर्त माफी नहीं मांग लेता, तब तक केंद्र सरकार पर दबाव बनाया रखा जाएगा। साथियों को लिखे मेल में देवायानी ने सरकार ने वो उनकी और उसके बच्चो की सुरक्षा सुनिश्चित करे। साथ ही आईएफएस की गरिमा को संरक्षित करे जो अभी खतरे में है। जहां देश गुस्से में है तो वहीं देवयानी के अपमान का मामला संसद में भी उठा। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को राज्यसभा में इस मसले पर जवाब देने के लिए बुलाया गया। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने सरकार पर आरोप लगाया कि देवयानी दलित है, इसलिए सरकार ने इस मामले में देरी से कदम उठाया है।