दो आम चुनावों तक पीएम का पद खाली नहीं- देवेंद्र फडणवीस
नई दिल्ली- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि अगले दो आम चुनावों तक प्रधानमंत्री की कुर्सी खाली नहीं है। फडणवीस ने एक अवॉर्ड सेरेमनी में अभिनेता रितेश देशमुख द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में ये बात कही है। देशमुख ने फडणवीस से पूछा था कि शरद पवार और नितिन गडकरी में से महाराष्ट्र कौन नेता प्रधानमंत्री बन सकते हैं? इसके जवाब में महाराष्ट्र के सीएम ने कहा कि "मैं आपको बता दूं कि ये सवाल ही पैदा नहीं होता, क्योंकि प्रधानमंत्री का पद पहले से ही बुक है.....सिर्फ इस साल के चुनाव के लिए नहीं, बल्कि 2024 के चुनावों के लिए भी।"
इकॉनोमिक्स टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक वे इस सवाल को बहुत ही चतुराई से टाल गए कि इस साल होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अगर बीजेपी और शिवसेना को बराबर सीटें मिलती हैं, तो मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की कुर्सी पर दावा किसका बनेगा? उन्होंने कहा कि, " इस समय सब कुछ नहीं बताया जा सकता है।" खबरों के मुताबिक उन्होंने इन सूचनाओं को भी खारिज कर दिया कि 288 सदस्यों वाली विधानसभा में केवल 144 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए राजी होने से पार्टी कार्यकर्ता और नेता नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि, "हमारे पुराने सहयोगी शिवसेना के साथ गठबंधन करना जरूरी था और मौजूदा हालातों में यह राजनीतिक सच्चाई भी है, क्योंकि हमारे खिलाफ लड़ने के लिए अस्वाभाविक गठबंधन तैयार हो रहे हैं।" उन्होंने कार्यकर्ताओं से बीती हुई बातों को भुलाने की भी अपील की।
जब फडणवीस से ये पूछा गया कि जब शिवसेना और बीजेपी में कड़वाहट इतनी ज्यादा थी, तो फिर डील कैसे हुई? उन्होंने हल्के अंदाज में कहा कि, "जब हम मातोश्री पहुंचे, तो उद्धव की पत्नी ने हमें घर के बने कुछ व्यंजन परोसे, जो बहुत ही स्वादिष्ट था, जिसके बाद हमने सब कुछ भूलाकर डील तय कर ली।"
फडणवीस का ये बयान शिवसेना के नेताओं की उस तल्खी के बाद आया है, जब रामदास कदम ने बीजेपी को सीएम पद की आधे-आधे समय की साझेदारी के वादे से मुकरने का आरोप लगाते हुए गठबंधन तोड़ने तक के लिए कह दिया था। आपको बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने संयुक्त तौर पर घोषणा की थी कि राज्य की 48 में से 25 लोकसभा सीटों पर बीजेपी और 23 पर उद्धव की पार्टी लड़ेगी। वहीं, विधानसभा में बाकी सहयोगियों के लिए सीटें छोड़ने के बाद बची हुई सीटों पर दोनों दल बराबर सीटों पर लड़ेंगी।