महाराष्ट्र के अंदर लोगों को मिली आवाजाही की अनुमति, फडणवीस ने CM उद्धव से कोरोना जांच में कमी पर जताई चिंता
मुंबई। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में मरीजों की बढ़ती संख्या उद्धव ठाकरे सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी करने लगा है। महामारी के फैलाव के चलते विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने कई बार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की नीतियों पर सवाल खड़ा किया है। गुरुवार को पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिख कोरोना वायरस की टेस्टिंग को बढ़ाने की अपील की। फडणवीस ने कोविड-19 परीक्षणों की घटती संख्या और बढ़ती मृत्यु पर चिंता व्यक्त की है।
इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को मुंबई महानगर क्षेत्र के तहत लोगों को एक जिले से दूसरे जिले में बिना किसी रोक-टोक के आवाजाही को अनुमति दे दी है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार ने भी केंद्र सरकार की तर्ज पर लॉकडाउन पांच में तीन चरणों में छूट देने का ऐलान किया था। बता दें कि राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ाकर 74,860 हो गई है वहीं, महामारी से अब तक कुल 2,587 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में अभी 39,944 सक्रिय मामले हैं वहीं, 32,329 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं।
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महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की मृत्यु पर चिंता जाहिर करते हुए गुरुवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवी ने सीएम उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा। इसमें मुंबई में कोविड से होने वाली मौतों के बढ़ने और टेस्ट घटाने का जिक्र किया गया है। देवेंद्र फडणवीस ने खत में लिखा कि मुंबई की प्रयोगशालाओं में हर दिन 10,000 नमूनों का परीक्षण करने की क्षमता है, लेकिन प्रति दिन केवल 3500-4000 परीक्षण किए जा रहे हैं।
मालूम हो कि देशभर में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 216919 हो गई है हालांकि एक बड़ी राहत की बात ये है कि देशभर के अलग-अलग राज्यों में अभी तक कोरोना वायरस के कुल 104107 मरीज ठीक हो चुके हैं और फिलहाल एक्टिव केस 106737 हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में अभी तक 6075 लोग कोरोना वायरस के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।
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