'लड़कों के पास भेजने से पहले 'बड़ी मैडम' हमें दवा देती और कहती कि इससे दर्द नहीं होगा'
'हम लोगों को लड़कों के पास भेजने से पहले वो हमको कोई दवा खिलाती थी। उनका कहना था कि इस दवा से तुम लोगों को दर्द नहीं होगा।'
नई दिल्ली। यूपी के देवरिया जिले में मां विंध्यवासिनी महिला और बालिका संरक्षण गृह (शेल्टर होम) में लड़कियों के साथ यौन शोषण के मामले में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में पीड़िताओं ने पुलिस को दिए अपने बयानों में बताया है कि पावरफुल लोगों के पास उन्हें भेजने से पहले शेल्टर होम की 'बड़ी मैडम' उन्हें कुछ दवाइयां (ड्रग्स) देती थी और कहती थी कि इन्हें खालो, इनसे दर्द नहीं होगा। आपको बता दें कि इसी साल अगस्त में देवरिया के शेल्टर होम में सेक्स स्कैंडल का खुलासा हुआ था। इस मामले में शेल्टर होम संचालिका गिरिजा त्रिपाठी पर लड़कियों का यौन शोषण कराने और तस्करी के आरोप हैं।
पीड़िताओं ने किए चौंकाने वाले खुलासे
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, इस मामले में एक 12 साल की लड़की ने यूपी पुलिस की महिला हेल्पलाइन 181 के अधिकारियों को 6 अगस्त को दिए अपने बयान में आरोप लगाया कि शेल्टर होम की संचालिका गिरिजा त्रिपाठी वहां रहने वाली लड़कियों को पैसों के बदले सेक्स के लिए भेजती थी और भेजने से पहले उन्हें ड्रग्स देती थी। हालांकि, यह खुलासा यूपी पुलिस द्वारा सीआरपीसी की धारा 161 के तहत दर्ज किेए गए बयान में नहीं है और ना ही मजिस्ट्रेट के समक्ष सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दर्ज कराया गया है।
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'बड़े लोग आएंगे तो उनके साथ मौज मस्ती करना'
अधिकारियों को दिए इस लड़की ने अपने बयान में बताया, 'हम लोगों को लड़कों के पास भेजने से पहले वो हमको कोई दवा खिलाती थी। उनका कहना था कि इस दवा से तुम लोगों को दर्द नहीं होगा।' वहीं, इस मामले में 13 साल की एक अन्य पीड़िता ने बताया, 'बड़ी मैडम धमकाती थी, कहती थी कि मार डालेंगे। तुमको पुलिस के सामने कुछ नहीं बताना और यदि पुलिस वाले आएंगे तो कुछ उठाकर मार देना और बड़े लोग आएंगे तो उनके साथ मौज मस्ती करना।'
'एक कार शाम को आती और अगली सुबह वो हमें छोड़ जाते'
एक दूसरी 12 साल की लड़की ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया, 'हालांकि मैं केवल पांच महीने के लिए ही शेल्टर होम में रही थी, गिरिजा मुझे महीने में कम से कम पांच-छह बार गोरखपुर भेजती थी। एक कार शाम को करीब 4 बजे आती थी और अगली सुबह वो लोग हमें वापस छोड़ जाते थे। हर बार एक अलग आदमी होता था। कभी-कभी लोग बाइक पर भी आते थे। गिरिजा को रुपए देने के बाद वो लोग शेल्टर होम से लड़कियों को ले जाते थे।' लड़कियों ने अपने बयानों में आरोप लगाया कि शेल्टर होम में सफाई और कपड़े धोने जैसे काम पूरे नहीं करने पर खराब खाना देने से लेकर पिटाई तक की जाती थी।'
अगस्त में दर्ज किए गए बयान
सीआरपीसी की धारा 161 और 164 के तहत ये बयान यूपी पुलिस की महिला सेल ने 6 अगस्त और देवरिया पुलिस ने 7 अगस्त को दर्ज किए थे। बाद में इस केस की जांच कर रही यूपी पुलिस की एसआईटी ने अपनी चार्जशीट में इन बयानों को शामिल कर इलाहाबाद हाईकोर्ट के समक्ष पेश किया। देवरिया शेल्टर होम में यौन शौषण के मामले का खुलासा उस वक्त हुआ था, जब एक 11 साल की लड़की किसी तरह शेल्टर होम से भागकर पुलिस के पास पहुंची। इस लड़की की बातें सुनने के बाद देवरिया के तत्कालीन एसपी रोहन कनय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
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