नोटबंदी, भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ सिर्फ छद्म युद्ध: योगेन्द्र
स्वराज इंडिया पार्टी के योगेन्द्र यादव ने मोदी सरकार के विमुद्रीकरण के फैसले को भ्रष्टाचार के खिलाफ छद्म युद्ध बताया है।
नई दिल्ली। भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव ने केंद्र की मोदी सरकार की ओर से विमुद्रीकरण के फैसले को कालाधन के खिलाफ 'छद्म युद्ध' करार दिया है।
कहा है कि सरकार प्रिवनेंशन ऑफ करप्शन एक्ट (PCA) को सरकार कमजोर कर रही है, जिससे भ्रष्टाचार के खिलाफ असली लड़ाई कमजोर हो जाएगी और भ्रष्टाचारी की मदद मिलेगी।
योगेन्द्र ने कहा कि वास्तव में हम जो कहना चाहते हैं वो यह है कि यह कदम कालेधन के खिलाफ छद्म युद्ध है। यह वास्तविक युद्ध नहीं है। देश भर में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ यह बहुत ही छोटा कदम है।
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सरकार के समक्ष रखेंगे 10 सवाल
बकौल योगेन्द्र PCA में संशोधन से करप्ट लोगों को मदद मिलेगी। योगन्द्र सरकार के समक्ष 10 सवाल रखने जा रहे हैं।
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बता दें कि योगेन्द्र यादव की स्वराज इंडिया पार्टी अगले रविवार (18 दिसंबर) को कालाधन, भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचार के खिलाफ तंत्र को कमजोर करने के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली है।
यादव ने कहा कि PCA संशोधन बिल पहली बार 2013 में लाया गया था और कैबिनेट ने राज्यसभा की सेलेक्ट कमेटी द्वारा बताए गए बदलावों को स्वीकार किया था।
PCA को कमजोर कर देंगे नए बदलाव
कहा कि ये बदलाव PCA को कमजोर कर देंगे और कानून के पूरे उद्देश्य को खत्म कर देगी।
यादव ने कहा कि कई गैर लाभकारी संगठन और थिंक टैंक्स ने PCA में हो रहे संशोधन का विरोध करते हुए सरकार को सुझाव दिए हैं।
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कहा कि इस बिल में नया सेक्शन है जो जांच एजेंसियों को किसी पब्लिक सर्वेंट के खिलाफ बिना की शुरुआती मंजूरी के जांच शुरू करने से रोक देगी। कहा कि बाबू-नेता का नेक्सस भ्रष्टाचारी को बचाते हैं।