नोटबंदी से हुआ ये बड़ा फायदा, सबको नजर आने लगा है
पिछले साल 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा के बाद से ही डिजिटल लेनदेन बढ़ रहा है फिर चाहे वह यूपीआई-भीम हो, आईएमपीएस एम-वॉलेट या डेबिट कार्ड, लोग अब पहले से अधिक डिजिटल पेमंट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
नई दिल्ली। नोटंबदी के बाद से लोगों का रुझान डिजिटल लेनदेन की तरफ बढ़ा है। वर्ष 2017-18 में डिजिटल लेनदेन में 80 प्रतिशत का इजाफा हो सकता है। यह रकम कुल मिलाकर 1800 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। दिलचस्प बात यह है कि मार्च और अप्रैल में जब नोटबंदी के बाद पैदा हुई नकदी की किल्लत दूर होने लगी थी, तो डिजिटल लेनदेन में इजाफा देखा गया। इन दोनों महीनों में 156 करोड़ रुपये का डिजिटल लेनदेन हुआ। उसके बाद से औसतन 136-138 करोड़ रुपये के डिजिटल लेनदेन हो रहे हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार देश में पिछले साल 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा के बाद से ही डिजिटल लेनदेन बढ़ रहा है फिर चाहे वह यूपीआई-भीम हो, आईएमपीएस एम-वॉलेट या डेबिट कार्ड, लोग अब पहले से अधिक डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल कर रहे हैं। एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा किए जाने के बाद से ही रोजमर्रा के कामकाजों डिजिटल पेमंट का चलन बढ़ रहा है
जनधन- आधार-मोबाइल की तिकड़ी स्थापित करने में भी काफी प्रगति देखी गई है। देश में 118 करोड़ मोबाइल, करीब इतने ही आधार नंबर और 31 करोड़ जनधन खाते होने की बात इस रिपोर्ट में कही गई है।
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