महिला आयोग ने केंद्र से पूछा- क्या सरकारी अस्पतालों में सेक्स चेंज सर्जरी की मुफ्त सुविधा है?
नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली और केंद्र सरकार से पूछा है कि क्या सरकारी अस्पतालों में ट्रांस्जेंडर्स के लिए सेक्स री-असाइनमेंट सर्जरी की मुफ्त सुविधा है या नहीं? साथ ही आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने पूछा है कि अब तक ऐसी कितनी सर्जरी सरकारी अस्पतालों में हो चुकी हैं और कितनी पेंडिंग पड़ी हैं। इसके अलावा विभागों से ये पूछा गया कि लोगों को इस तरह की सर्जरी की सुविधा देने के लिए क्या कदम उठाए गए।
बता दें कि ये मुद्दा आयोग के ट्रांस्जेंडर सेल और कम्यूनिची के बीच हुई मीटिंग में सामने आया था। इस नोटिस को लेकर विभागों के 31 जुलाई तक जवाब देना होगा। गौरतलब है कि महिला आयोग ने बीते माह ही ट्रांसजेंडर सेल बनाया है जिससे की ट्रांसजेंडरों की शिकायतों पर काम किया जा सके। इसके बाद हाल ही में हुई बैठक में सेक्स री-असाइनमेंट की सुविधा का विषय उठाया गया। बता दें कि इसके जरिए शारीरिक बनावट बदलकर लिंग बदला जाता है।
आयोग ने कहा कि बैठक में समाज की कई समस्याओं पर चर्चा के दौरान सेक्स री-असाइनमेंट सर्जरी की मुफ्त सुविधा सरकार की ओर से दिए जाने पर बात हुई। दिल्ली में इस सुविधा के लिए कुछ ही अस्पताल हैं और वहां भी लंबा इंतजार करना पड़ता है। स्वाति मालीवाल ने कहा कि-बीते एक माह में मैं आयोग की सदस्या प्रमिला गुप्ता के साथ सैकड़ों ट्रांसजेंडरों से मिली हूं। उन्होंने सरकारी अस्पतालों में फ्री सेक्स री-असाइनमेंट सर्जरी की कमी की बात रखी है। उनका कहना है कि वे अपनी सर्जरी के लिए लंबे समय से पैसा नहीं जुटा पा रहे हैं और बहुत परेशानी झेल रहे हैं।
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