दिल्ली हिंसा: हेड कांस्टेबल की हत्या वाले चार्जशीट में योगेन्द्र यादव का भी नाम
नई दिल्ली। इस साल फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगों के दौरान हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट में स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव के नाम का उल्लेख किया गया है। हालांकि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में उन्हें आरोपी नहीं बनाया है। योगेंद्र यादव का नाम आरोपियों की सूची में नहीं है। चार्जशीट में कहा गया है कि वह दिल्ली में भाषण दे रहे थे तभी भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया था। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में छात्र नेता कवलप्रीत कौर व अधिवक्ता डीएस बिन्द्रा का नाम भी है।
गौरतलब है कि फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की गोकलपुरी इलाके में गोली लगने से मौत हो गई थी। तीन दिनों तक चली सांप्रदायिक झड़प में 50 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या मामले में पुलिस ने 8 जून को कड़कड़डूमा स्थित मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट राकेश कुमार रामपुरिया की कोर्ट में आरोपत्र दाखिल किया था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव का नाम उन प्रमुख आरोपियों के नाम की सूची में नहीं है जिसमें 17 लोग शामिल हैं। हालांकि योगेंद्र यादव के खिलाप आरोपत्र में यह जरूर कहा गया है कि इनके तार चांद विरोध प्रदर्शन से जुड़े हुए थे।
आप
के
निष्कासित
पार्षद
ने
रची
थी
पूरी
साजिश!
पुलिस
का
चार्जशीट
में
दावा
है
कि
आम
आदमी
पार्टी
से
निष्कासित
पार्षद
ताहिर
हुसैन
की
इस
दंगे
में
अहम
भूमिका
थी।
ताहिर
ने
दंगों
की
तैयारी
बहुत
पहले
से
कर
रखी
थी।
दिल्ली
पुलिस
ने
जो
चार्जशीट
दायर
की
है
वह
1030
पेज
की
है
और
इसमे
ताहिर
हुसैन
के
अलावा
उनके
भाई
और
15
अन्य
लोगों
के
नाम
शामिल
हैं।
ये
सभी
नाम
75
लोगों
के
बयानों
के
आधार
पर
चार्जशीट
में
शामिल
किए
गए
हैं।
जांच
में
यह
बात
भी
सामने
आई
है
कि
जब
क्राइम
ब्रांच
की
टीम
ने
इन
कैमरों
को
स्कैन
किया
तो
पुलिस
को
कुछ
भी
नहीं
मिला।
चार्जशीट
में
यह
भी
कहा
गया
है
कि
जब
24
व
25
फरवरी
को
दिल्ली
के
चांदबाग
इलाके
में
दंगे
भड़के
तो
ताहिर
हुसैन
चांदबाग
इलाके
में
स्थित
अपने
घर
में
पहले
से
ही
मौजूद
थे।
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