दिल्ली हिंसा: लोगों को भड़काने के लिए बनाए गए थे व्हाट्सएप ग्रुप, शेयर किए फेक वीडियो और मैसेज
नई दिल्ली। दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में पिछले हफ्ते हुई हिंसा की आग में कई मासूमों की जिंदगियां खत्म हो गईं। इन दंगों में 47 लोगों ने अमनी जान गंवा दी और करीब 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हालात अभी सामान्य हो रहे हैं लेकिन लोगों में भय का माहौल अभी भी बना हुआ है। इसी बीच दिल्ली पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि यह हिंसा सोची समझी साजिश थी और दंगा फैलाने के लिए कई व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए थे।
हिंसा से पहले बनाया गया व्हाट्सएप ग्रुप
'द इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों की तैयारी व्हाट्सएप ग्रुप पर हुई थी, ऐसा दिल्ली पुलिस का कहना है। दिल्ली में दंगों से पहले नफरत फैलाने और भड़काने के लिए दोनों ही पक्षों की ओर से पहले व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए थे। इन सभी सोशल मीडिया ग्रुप में कई ऐसे पुराने वीडियो शेयर किए गए जिनका दिल्ली में हुए दंगों से कोई लेना देना नहीं है। दिल्ली का माहौल खराब करने के लिए लोगों को इन ग्रुप्स के माध्यम से भड़काया गया।
23 से 24 फरवरी के बीच बनाए गए ग्रुप्स
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह सभी व्हाट्सएप ग्रुप को 23 से 24 फरवरी के बीच बहुत बड़ी संख्या में बनाए गए। इन सोशल मीडिया ग्रुप में एक स्थान भड़काऊ बयान, ऑडियो और वीडियो को वायरल किया गया। 'द इंडियन एक्सप्रेस' के मुताबिक एक शेयर किए गए वीडियो में यह दिखाई देता है कि एक आदमी घी के डिब्बों से बंदूक निकाल रहा है, लेकिन पुलिस की जांच में यह वीडियो झूठा पाया गया। जांच में पता चला की वायरल किया जा रहा वह वीडियो दिल्ली का नहीं बल्कि पिछले साल की एक घटना का वीडियो हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन व्हाट्सएप ग्रुप में उपद्रवियों के ये भी बताया गया कि उन्हें कहा इकट्ठा होना है, किस घर और दुकान को निशाना बनाना है।
गिरफ्तार आरोपियों ने किए चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि दयालपुर पुलिस स्टेशन के इलाके से दंगा फैलाने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिन्होंने कई बड़े खुलासे किए। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि जिस समय उनके पक्ष को लोगों पर हमला किया जा रहा था उस समय वह शेरपुर चौक पर मौजूद थे, जैसे ही उन्होंने हमले की खबर सुनी उसके बाद उन्होंने भी तोड़फोड़ ,पत्थरबाजी और आगजनी शुरू कर दी। इन व्हाट्सएप ग्रुप में कहा गया कि अपनी जान बचाने के लिए घरों से बाहर निकलें।
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