दिल्ली हिंसा मामले में क्राइम ब्रांच ने ताहिर हुसैन के भाई को हिरासत में लिया
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आम आदमी पार्टी के निष्कासित नेता ताहिर हुसैन के भाई शाह आलम को हिरासत में ले लिया है। बता दें कि ताहिर हुसैन दिल्ली हिंसा के दौरान आईबी अधिकारी अंकित मिश्रा की हत्या के आरोपी हैं। अंकित मिश्रा का शव चांद बाग इलाके में 26 फरवरी को मिला था। अंकित मिश्रा की हत्या की जांच के दौरान ताहिर हुसैन के भाई शाह आलम का नाम सामने आया था। जिसके बाद पुलिस ने शाह आलम को हिरासत में ले लिया है। बता दें कि ताहिर हुसैन को दिल्ली पुलिस ने पिछले हफ्ते गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया था।
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अंकित मिश्रा के पिता ने लिया था ताहिर हुसैन का नाम
गौरतलब है कि अंकित मिश्रा के पिता रविंदर कुमार ने एफआईआर में ताहिर हुसैन का जिक्र किया था, जिसके बाद ताहिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया था। शुक्रवार को सिटी कोर्ट ने ताहिर हुसैन को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक इस पूरे मामले की जांच में यह बात सामने आई है कि अंकित शर्मा हिंसा के दौरान चांद बाग इलाके में महिला को बचाने की कोशिश कर रहे थे इसी दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी। जब अंकित शर्मा की हत्या की गई उस वक्त ताहिर हुसैन चांद बाग और मुस्तफाबाद इलाके में थे।
ताहिर हुसैन ने आरोपों से किया इनकार
ताहिर हुसैन ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था, वह पिछले कई दिनों से फरार चल रहे थे। अंकित शर्मा की हत्या में शामिल होने से अंकित शर्मा ने इनकार किया है। उन्होंने दावा किया है कि वह उस इलाके में नहीं थे, जब यह घटना हुई थी। जिस वक्त ताहिर हुसैन फरार थे उन्हें चांद बाग, मुस्तफाबाद, जाकिर नगर इलाके में रहने वाले उनके सहयोगियों ने शरण दी थी। यहां पर वह दो दिनों तक छिपे रहे थे।
731 केस दर्ज
गौरतलब है कि दिल्ली हिंसा में शुक्रवार तक कुल 731 केस दर्ज किए गए हैं, जिसमे 48 केस आर्म्स एक्ट के तहत भी दर्ज किए गए हैं। दिल्ली हिंसा में 53 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि तकरीबन 400 लोग घायल हुए थे। इस मामले की जांच के लिए दो एसआईटी टीम का गठन किया गया है। इस मामले में 1983 लोगों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया गया है।
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