हिंसाग्रस्त शिव विहार में मुस्लिमों ने जुमे की नमाज अदा की, मांगी शांति की दुआ
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में 42 लोगों की मौत हो गई है जबकि इस हिंसा में 250 से ज्यादा लोग घायल हैं। शिव विहार के इलाके में दंगाइयों ने 20-25 घरों को जला दिया था। दो दिनों तक इलाके में दंगाइयों का आतंक था, इस कारण लोग अपने-अपने घरों से नहीं निकल रहे थे जबकि कई लोग सबकुछ छोड़कर अन्य सुरक्षित जगहों पर चले गए थे। शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकले थे।
हिंसाग्रस्त शिव विहार इलाके में चार लोगों की मौत हुई है जबकि कई लोग इस हिंसा में घायल हुए हैं। नाम ना छापने की शर्त पर मुस्लिम समुदाय के एक शख्स ने बताया कि जुम्मे की नमाज के दौरान लोगों ने शांति के लिए दुआ मांगी। उन्होंने अपने समुदाय के लोगों से कहा, 'पवित्र कुरान हमें सिखाता है कि हम सब एक हैं। ऐसे मुश्किल वक्त में हम सभी को मिलकर रहना है। हम सभी को एक-दूसरे की हिफाजत करनी है।'
इस इलाके में हिंसा के दौरान कई लोगों के घर जला दिए गए, कइयों की दुकानों को बर्बाद कर दिया गया। हिंसा में कई लोगों के वाहन जलकर खाक हो गए। हाजी नसीर ने बताया कि उनकी मेडिकल की दुकान को उनके सामने दंगाइयों ने जला दिया। नसीर ने बताया कि दंगाई हेलमेट पहने और चेहरे को ढककर आए थे और उन्होंने इलाके में लूटपाट की और सबकुछ तबाह कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी 6 से 8 लाख की संपत्ति बर्बाद हो गई।
दिल्ली हिंसा में 630 लोग गिरफ्तार, जानिए अब तक क्या-क्या हुआ?
जुमे की नमाज के लिए इलाके में सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए थे। सुरक्षाबलों ने नमाज के दौरान मस्जिद को चारों तरफ से घेर रखा था। लोगों की सुरक्षा के लिए सुरक्षाबलों ने एहतियातन ये कदम उठाया था। एक शख्स ने कहा कि 5 दिनों में पहली बार वे लोग अपने घरों से बाहर आए हैं ताकि जुमे की नमाज अदा कर सकें। नमाज के बाद वहां से लोग अपने-अपने घर वापस लौट गए।