दिल्ली हिंसा: हिंदू दोस्त की मां घर में थी अकेली, बाहर भीड़ कर रही थी उपद्रव, मुस्लिम युवक की फेसबुक पोस्ट ने बचाया
दिल्ली हिंसा: बेटे के मुस्लिम दोस्त की फेसबुक पोस्ट ने हिंदू महिला को बतचाया अकेली
नई दिल्ली। दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थक और विरोधियों के आमने-सामने आने के बाद हिंसा हो रही है। सोमवार को भड़की हिंसा में अबतक 9 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से ज्यादा लोग घायल हैं। मंगलवार को भी कई हिस्सों में हिंसा की खबरें हैं। एक तरफ जहां ये हिंसा सांप्रदायिक रंग ले रही है, वहीं दूसरी तरफ दोनों ही धर्मों के लोग मुश्किल वक्त में आगे भी आ रहे हैं। इलाहाबाद से एक शख्स ने फेसबुक पोस्ट के जरिए हिन्दू परिवार की जान बचाई है।
मंगलवार सुबह मोहम्मद अनस नाम के फेसबुक यूजर ने जो कि इलाहाबाद में रहते हैं एक पोस्ट लिखी। इसमें उन्होंने एक घर का पता देते हुए कहा- 'मेरे एक बहुत ही करीबी दोस्त का परिवार अकेला हिंदू परिवार है मुस्लिम मोहल्ले में। उनके घर पर माँ अकेली हैं। साठ वर्ष से अधिक उनकी आयु है। पिछले तीस सालों से मुस्तफाबाद में रह रहा है परिवार। अभी थोड़ी देर पहले उनके घर पर अटैक हुआ है। मेरी मुस्तफाबाद में रहने वालों से अपील है कि उन्हें बख्स दें। ऐसा न करें। उनका कोई कसूर नहीं है। यह बहुत ही गलत बात है। मुस्तफाबाद के लोग यदि मेरा पोस्ट पढ़ रहे हैं तो उनकी सुरक्षा करें। हाथ जोड़ कर विनती है मेरी। दिल्ली में रह रहे दोस्त इस पोस्ट को वॉयरल करें। जैसे भी हो उनकी हिफाजत कीजिए।'
इस पोस्ट के लिखने के करीब दो घंटे बाद उन्होंने एक और पोस्ट के जरिए बताया कि मुहल्ले के मुस्लिम युवक सामने आए और अब उनकी दोस्त की मां सुरक्षित हैं। उन्होंने दूसरी पोस्ट मे लिखा- 'आज मुस्तफाबाद में एक हिंदू ब्राह्मण परिवार की अकेली महिला अपने घर में फंस गईं। बाहर मुस्लिम बलवाईयों की भीड़ तोड़फोड़ कर रही थी। महिला मेरी दोस्त की माँ हैं। उसने मुझे फोन किया और मैंने मिनट भर के भीतर अपने फेसबुक से अपील की। मुझे मिनट के अंदर ही कई मुस्लिम दोस्तों के फोन आते हैं। दोस्तों ने अपने मित्रों को फोन लगाना शुरू किया। आखिर में पंद्रह मिनट के अंदर मुस्तफाबाद के उस हिंदू ब्राह्मण परिवार के घर के बाहर दर्जनों मुसलमान पहुंच कर बलवाईयों के बीच से माता जी को सुरक्षित निकाल कर अपने घर में पनाह देते हैं। मोमिन भाई अपने दोस्तों के साथ पहुंच कर माता जी को सुरक्षित अपने घर ले गए हैं। यही तो है असली हिंदुस्तान।' महिला को सुरक्षित निकालने में सबसे अहम भूमिका मोमिन सैफी और शान अंसारी नाम के दो युवकों ने निभाई। अनस की ये पोस्ट खूब वायरल हो रही है।
बता दें किउत्तर-पूर्वी दिल्ली के मौजपुर, भजनपुरा, करावल नगर, बाबरपुर, ब्रह्मपुरी, गोकुलपुरी और चांदबाग इलाके में रविवार रात से कई बार हिंसा हो चुकी है। कई इलाकों में तनावपूर्ण शान्ति है तो कई जगहों से बीच बीच में पत्थरबाजी की घटनाओं की जानकारी सामने आ रही है। हिंसा में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा में जान गंवाने वाले सात लोगों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतनलाल भी शामिल हैं। कम से कम 100 अन्य लोग घायल हुए हैं।
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