दिल्ली हिंसा में सोनिया, राहुल, प्रियंका की भूमिका को लेकर कोर्ट ने नोटिस जारी किया
नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा मामले को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में तीन याचिकाएं दायर की गई थी। इन याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने दिल्ली पुलिस, दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने तीनों ही याचिकाओं पर सुनवाई के बाद प्रशासन को नोटिस जारी किया है। बता दें कि इन तीन याचिकाओं में से एक याचिका में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। इसके अलावा कोर्ट ने उस याचिका पर भी सुनाई की जिसमे कहा गया था कि दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन में कौन लोग हैं उनकी पहचान की जाए। इस याचिका की सुनवाई के दौरान भी कोर्ट ने नोटिस जारी किया है। इस याचिका को अजय गौतम ने गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत कोर्ट में दायर किया था और मांग की थी कि नॉर्थ ईस्ट में हुई हिंसा के पीछे कौन हैं, उनकी पहचान की जाए।
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भड़काऊ
भाषण
को
लेकर
नोटिस
चीफ
जस्टिस
डीएन
पटेल
की
अध्यक्षता
में
जस्टिस
सी
हरी
शंकर
की
बेंच
ने
अजय
गौतम
की
याचिका
पर
सुनवाई
करते
हुए
दिल्ली
सरकार
और
गृह
मंत्रालय
को
नोटिस
जारी
किया
है।
इसके
अलावा
एक
और
याचिका
संजीव
कुमार
ने
दायर
की
थी।
उन्होंने
एक्टिविस्ट
हर्ष
मंदर,
आरजे
सायमा,
अभिनेत्री
स्वरा
भास्कर
और
अन्य
के
खिलाफ
भड़काऊ
भाषण
को
लेकर
याचिका
दायर
की
थी।
उन्होंने
अपनी
याचिका
में
कहा
कि
इन
लोगों
ने
सरकार
के
खिलाफ
प्रदर्शन
के
लिए
भड़काऊ
भाषण
दिए
थे।
याचिका
में
इन
लोगों
पर
हिंसा
भड़काने
का
आरोप
तीसरी
याचिका
भाजपा
की
लीगल
सेल
की
ओर
से
दायर
की
गई
है,
जिसमे
सोनिया
गांधी,
प्रियंका
गांधी,
राहुल
गांधी,
असदुद्दीन
ओवैसी
और
उनके
भाई,
वारिस
पठान,
मनीष
सिसोदिया,
अमानतुल्लाह
खान,
महमूद
प्रचा
के
खिलाफ
भड़काऊ
भाषण
का
आरोप
लगाया
गया
है।
याचिका
में
कहा
गया
है
कि
इन
लोगों
ने
सरकार
के
खिलाफ
भड़काऊ
भाषण
दिए
थे।
कोर्ट
ने
इन
याचिकाओं
पर
सुनवाई
करते
हुए
केंद्र
सरकार,
दिल्ली
सरकार
और
दिल्ली
पुलिस
को
नोटिस
जारी
किया
है।
कोर्ट
इन
मामले
पर
अगली
सुनवाई
30
अप्रैल
को
करेगी।
38
की
जान
जा
चुकी
है
सीएए
विरोधी
हिंसा
में
दिल्ली
में
39
लोगों
की
जान
जा
चुकी
है।
पिछले
तीन
दशकों
में
दिल्ली
में
अबतक
का
यह
सबसे
बड़ा
दंगा
है
जिसमे
इतने
लोगों
की
जान
चली
गई
है।
नॉर्थ
ईस्ट
दिल्ली
में
भड़की
हिंसा
के
चार
दिन
बाद
स्थिति
कुछ
सामान्य
जरूर
है,
लेकिन
माहौल
अभी
तनावपूर्ण
बना
हुआ
है।
दिल्ली
की
हिंसा
में
200
से
अधिक
लोग
घायल
हुए
हैं
जिनका
अलग-अलग
अस्पताल
में
इलाज
चल
रहा
है।
कई
लोगों
की
हालत
काफी
गंभीर
बनी
हुई
है।
हिंसा
के
बाद
मामले
की
जांच
कर
रही
है।