Delhi Violence: घायलों को सुरक्षा और बेहतर इलाज के लिए दिल्ली HC ने आधी रात को सुनवाई कर दिए ये निर्देश
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन एक्ट के नाम पर दिल्ली की सड़कों पर शुरू हुआ बवाल अभी तक थमा नहीं है, पिछले तीन दिनों में देश की राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा हुई है, जिसमें अभी तक 18 लोगों की जान चली गई है और 100 से ज्यादा लोग घायल है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। CAA के नाम पर भड़की हिंसा के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में आधी रात को सुनवाई हुई।
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घायलों को सुरक्षा और बेहतर इलाज के लिए दिल्ली HC में आधी रात को हुई सुनवाई
जस्टिस एस. मुरलीधर के घर पर मंगलवार देर रात हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस को मुस्तफाबाद के एक अस्पताल से एंबुलेंस को सुरक्षित रास्ता और मरीजों को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट करने का निर्देश जारी किया है और इसके साथ ही स्टेटस रिपोर्ट तलब की है।
जस्टिस एस. मुरलीधरन ने की अल हिंद हॉस्पिटल के डॉक्टर से बात
आधी रात सुनवाई के दौरान जस्टिस एस. मुरलीधरन ने अल हिंद हॉस्पिटल के डॉक्टर से बात की और हालात के बारे में जानने की कोशिश की। इस दौरान हिंद हॉस्पिटल के डॉ. अनवर ने बताया कि अल हिंद हॉस्पिटल में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 22 घायल हैं, दरअसल डॉक्टर अनवर ने मंगलवार शाम 4 बजे से दिल्ली पुलिस से मदद लेने की कोशिश की, लेकिन उन्हें मदद नहीं मिल पाई थी ।
हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस को दिए ये निर्देश
जिसके बाद दिल्ली हिंसा मामले में राहुल रॉय ने याचिका दाखिल की थी, जिस पर जस्टिस एस. मुरलीधर के घर पर सुनवाई हुई क्योंकि दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस जीएस सिस्तानी बाहर थे। फिलहाल हाईकोर्ट ने दिल्ली हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुए निर्देश दिया गया कि घायलों को नजदीकी सरकारी हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए सुरक्षित रास्ता मुहैया कराएं, सभी घायलों को इमरजेंसी मदद मिले।
एनएसए अजीत डोभाल ने प्रभावित इलाकों में हालात का जायजा लिया
तो वहीं दिल्ली के हालात का जायजा लेने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल मंगलवार देर रात हिंसा प्रभावित इलाकों में पहुंचे। उन्होंने गाड़ी में बैठकर सीलमपुर, भजनपुरा, मौजपुर, यमुना विहार जैसे हिंसा प्रभावित इलाकों की स्थिति का जायजा लिया।