Delhi Violence: AAP विधायक सौरभ भारद्वाज की मांग, सच जानने के लिए हिंसा प्रभावित थानों के SHO का हो नार्को टेस्ट
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली ( नॉर्थ ईस्ट दिल्ली) में तीन दिन से जारी हिंसा अब काबू में है। हालांकि लोगों के अंदर दहशत का माहौल अभी भी है। हिंसा में मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता और ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के पुलिस थानों के SHO का नार्को टेस्ट करवाने की मांग की है। इसके आलावा उन्होंने सांप्रदायिक झड़प के दौरान लोगों को उकसाने के लिए भड़काऊ बयान देने के लिए बीजेपी नेता कपिल मिश्रा और अभय वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। आपको बता दें कि हिंसा में अबतक मरने वालों की संख्या 34 हो गई है। इसमें पुलिसकर्मी रतनलाल और आईबी अधिकारी अंकित शर्मा भी शामिल हैं।
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विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र के अंतिम दिन दिल्ली विधानसभा में बोलते हुए ग्रेटर कैलाश से AAP विधायक सौरभ भारद्वाज ने मांग की कि हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के एसएचओ का नार्को टेस्ट होना चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आए। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी नेताओं कपिल मिश्रा और अभय वर्मा के खिलाफ पुलिस ने उचित कार्रवाई क्यों नहीं की जबकि उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। सौरभ भारद्वाज के अलावा तिमारपुर से विधायक और AAP नेता दिलीप पांडे ने भी कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के लिए कपिल मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर दिल्ली के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़काने के लिये कपिल मिश्रा ने लोगों को उकसाया।
If anybody is really interested in knowing the mastermind of Riots. Here is sure shot technique.
Put SHO s of Riot Hit area on Narcoanalisys Test, stream it live on News Channels.
But, It will ensure ZERO riots in future.
We will NEVER do it !!
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) February 27, 2020
And we know why ? pic.twitter.com/lPMjCux8xZ
क्या कहा था कपिल मिश्रा ने
बीते रविवार को कपिल मिश्रा ने सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को रास्ता साफ करने की धमकी दी थी। साथ ही दिल्ली पुलिस को प्रदर्शनकारियों से जाफराबाद और चांद बाग मार्ग को साफ कराने का भी अल्टीमेटम जारी किया था। इसके बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में कई जगहों पर हिंसा फैल गई। देखते-ही देखते मौत का आंकड़ा बढ़ने लगा।
टकराव शनिवार को हुआ, रविवार को पहली बार हिंसा भड़की
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में टकराव की शुरुआत शनिवार शाम को हुई थी, जब जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे की सड़क पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जुटने लगे। इनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि शाहीन बाग की तरह हम यहां से भी नहीं हटने वाले। लेकिन पुलिस वहां से तिरपाल और तख्त उठाकर ले गई थी। पूर्वी दिल्ली के मौजपुर में भी प्रदर्शनकारियों ने एक सड़क बंद कर रखी थी। रविवार को यहां पहली बार हिंसा भड़की। विवाद तब शुरू हुआ, जब भाजपा नेता कपिल मिश्रा अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और सड़क खुलवाने की मांग काे लेकर सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा पढ़ने लगे।