दिल्ली में तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से दो मासूम बहनों की हुईं मौत, नाबालिग ड्राइवर गिरफ्तार
दिल्ली में तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से दो मासूम बहनों की हुईं मौत, नाबालिग ड्राइवर गिरफ्तार
नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिम दिल्ली के मॉडल टाउन में सोमवार रात एक तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से दो मासूम बच्चियों की मौत हो गई। ये दोनों बहनें थी जिनमें से एक की उम्र सात वर्ष और दूसरी की उम्र चार वर्ष थी। वहीं उनका पाँच वर्षीय भाई और पिता के मित्र घायल हो गए जो अस्पताल में भर्ती हैं। भीषण दुर्घटना में करने वाले वाहन और ड्राइवर को पुलिस को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें इस हादसे में मरने वाली बच्चियों का नाम इशिका और भूमि था। दोनों सगी बहनें उनके माता-पिता, भाई गौरव और 55 वर्षीय अंकल मिलाप सिंह के साथ उत्तरी दिल्ली के बरारी के निवासी हैं । पेशे से ड्राइवर पिता जसपाल सिंह एक रिफिल के लिए सीएनजी स्टेशन पर रुके। बच्चे और अंकल मिलाप कार से बाहर निकल आए और सड़क पार कर रहे थे कि तभी एक कार ने उन्हें टक्कर मार दी और आसपास के लोगों खड़े देखते हर गए।
पुलिस के अनुसार कार चलाने वाला ड्राइवर नाबालिग है उसे पुलिस ने मॉडल टाउन में पकड़ा लिया है। वहीं अपनी इस हादसे में अपनी दो मासूम बेटियों खो देने वाले पिता ने कहा "अगर वह नाबालिग है, तो वह क्यों गाड़ी चला रहा था? मेरी बेटियाँ उसकी वजह से मर गईं। अगर वह 17 साल का है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसे सजा नहीं दी जानी चाहिए। उसे कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
मॉडल टाउन थाने के पुलिस कंट्रोल रूम को जीटी रोड पर गुरुद्वारा नानक पियाओ के पास एक आदमी और तीन नाबालिग बच्चों को एक कार के बारे में आधी रात को फोन आया। पीसीआर वैन ने मिलाप और भूमि को सिविल लाइंस स्थित ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जबकि जसपाल सिंह और उनकी पत्नी ने गौरव और इशिका को पड़ोस के एक अस्पताल में भर्ती कराया। इशिका और भूमि को बाद में एम्स ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया था। जबकि गौरव और उसके अंकल को सफदरजंग अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। विजयंत आर्य, डीसीपी (नॉर्थवेस्ट) ने मंगलवार को खुलासा किया कि अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों लड़कियों ने दम तोड़ दिया था। मिलाप सिंह और गौरव का अभी भी इलाज चल रहा है।
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