दिल्ली में सीलिंग से बड़ी राहत, DDA की बैठक में 3 संसोधन पास, कनवर्जन चार्ज में होगी भारी कमी
बैठक में फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) में बदलाव को स्वीकृति दी गई है। बारह मीटर चौड़ी सड़कों पर गोदामों को नियमित करने का निर्णय भी बैठक में हुआ है।
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में व्यापारिक दुकानों की सीलिंग से परेशान कारोबारियों को बड़ी राहत मिली है। उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ शुक्रवार को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की बैठक में सीलिंग से राहत देने के लिए कई बड़े फैसले किए गए। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता और डीडीए सदस्य विजेन्द्र गुप्ता ने बताया की कारोबारियों के साथ तीन दिन बातचीत होगी और 7 फरवरी को फिर बैठक होनी है। उन्होंने बताया कि बैठक में सीलिंग से राहत देने के लिए मास्टर प्लान 2021 में बदलाव पर तीन बड़े फैसलों पर सहमति बनी है। शुक्रवार को इस मसले को आप सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में भी उठाया।
इन फैसलों पर सहमति
एलजी के साथ बैठक के बाद डीडीए सदस्य विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि बैठक में लिए गए फैसलों को बाद में होने वाली बैठक में मंजूरी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बैठक में फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) में बदलाव को स्वीकृति दी गई है। बारह मीटर चौड़ी सड़कों पर गोदामों को नियमित करने का निर्णय भी बैठक में हुआ है। एफएआर को 180 से 300 करने पर निर्णय हुआ है। एफएआर में बढोतरी से बेंसमेंट भी सीलिंग के दायरे से बाहर हो जायेंगे। कन्वर्जन चार्ज पर पेनाल्टी आठ गुना कम की गई है।
सीलिंग के विरोध में शुक्रवार को दिल्ली के बाजार बंद हैं
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चल रही सीलिंग के विरोध में शुक्रवार को दिल्ली के बाजार बंद हैं। जानकारी के मुताबिक, सीलिंग के विरोध में दिल्ली में सात लाख से अधिक दुकानें बंद हैं। वैसे, अलग-अलग कारोबारी संगठनों ने दो और तीनों दिनों के बंद की घोषणा की है, लेकिन कई बाजारों ने सांकेतिक विरोध दर्ज कराते हुए एक ही दिन शुक्रवार को बाजार बंद का ऐलान किया है।
बंद में 7 लाख से ज़्यादा कारोबारी प्रतिष्ठान ठप हैं
48 घंटे बंद के एलान के मद्देनजर शुक्रवार सुबह से ही ज्यादातर इलाकों में सीलिंग के विरोध में दुकानें बंद नजर आईं। व्यापारी वर्ग जगह-जगह प्रदर्शन भी कर रहे हैं।आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बाद अब भाजपा ने भी इस बंद को समर्थन दिया है। इस बंद में 7 लाख से ज़्यादा कारोबारी प्रतिष्ठान ठप हैं और पूरी दिल्ली के लगभग 2500 बाज़ारों में कोई कारोबार नहीं होगा।