दिल्ली दंगा: आरोपी AAP निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के कई ठिकानों पर ED ने मारे छापे
नई दिल्ली। फरवरी माह में राजधानी दिल्ली में हुए हिंसा और दंगों में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीमों ने आरोपी आम आदमी पार्टी (AAP) निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के दिल्ली और नोएडा समेत के कई अन्य स्थानों पर छापेमारी की हैं।
गौरतलब है दिल्ली में सीएए के खिलाफ उग्र हुए हिंसात्मक दंगे में कुल 53 लोग मारे गए थे। दिल्ली दंगों में कथित फंडिंग की जांच के लिए मार्च में एजेंसी ने दो मामले दर्ज किए थे, जिसमें पहला मामला ताहिर हुसैन के खिलाफ और दूसरा केस पीएफआई के खिलाफ दर्ज किया गया था।
ताहिर हुसैन को दिल्ली में हिंसा भड़काने की गहरी साजिश में शामिल पाया
ताहिर हुसैन और उसके सहयोगियों को दिल्ली में साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने की गहरी साजिश में शामिल पाया गया है। दंगों के दौरान हुसैन पर आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या करने का भी आरोप है, उसे पीएमएलए (PMLA) कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोप पत्र में IB ऑफिसर की हत्या के पीछे गहरी साजिश का आरोप
मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच मामले में कई आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है, जिनमें ताहिर हुसैन का नाम भी शामिल है। आरोप पत्र में शर्मा की हत्या के पीछे एक गहरी साजिश का आरोप लगाया गया है जिसमें अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अंकित शर्मा के परिवार द्वारा FIR दर्ज कराने के बाद ताहिर गिरफ्तार हुआ
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इसी महीने की शुरूआत में दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले में दंगे के सिलसिले में ताहिर हुसैन के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। दिल्ली में मुस्तफाबाद विधानसभा सीट के तहत वार्ड नंबर 59 से AAP पार्षद ताहिर हुसैन को दंगों में मारे गाए आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा के परिवार द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद मार्च में गिरफ्तार किया गया था। ईडी हुसैन के पीएफआई के साथ कथित संबंधों की जांच कर रहा है।
25 फरवरी को जाफराबाद और बाबरपुर समेत कई इलाकों में भड़के दंगे
नागरिकता कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच संघर्ष के बाद गत 25 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, घोंडा, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार इलाकों में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे। इस हिंसा में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे। साथ ही सरकारी और निजी संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा था। उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया था और स्थानीय लोगों तथा पुलिस कर्मियों पर पथराव किया।
गोकलपुरी में हिंसा के दौरान गोली लगने से हुई हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत
इस दौरान राजस्थान के सीकर के रहने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की गत 25 फरवरी को गोकलपुरी में हुई हिंसा के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी और डीसीपी और एसीपी सहित कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल गए थे। साथ ही, आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या करने के बाद उनकी लाश नाले में फेंक दी गई थी, जहां से दंगाई की शिकार एक नाबालिग लड़की की लाश भी अर्द्धनग्न हालत में बरामद हुई थी।