किसानों के उपद्रव के बाद कैसी हो गई है लाल किले की हालत, देखिए तस्वीरें
इन तस्वीरों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि लाल किले के अंदर भी काफी उपद्रव मचाया गया।
नई दिल्ली। Delhi Red Fort latest news. कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के बीच मंगलवार को दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर निकाले गए किसानों के ट्रैक्टर मार्च के दौरान जमकर हिंसा हुई। हिंसा के दौरान कुछ किसान दिल्ली के लाल किले पर भी पहुंच गए और वहां निशान साहिब का झंडा फहराया। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, किसानों की हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। वहीं, हिंसा के मामलों में पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ अभी तक कुल 22 एफआईआर दर्ज की हैं। इस बीच, किसानों के उपद्रव के बाद लाल किले के अंदर की तस्वीरें सामने आई हैं, जिन्हें देखकर बवाल का अंदाजा लगाया जा सकता है।
कैसे शुरू हुआ बवाल
गणतंत्र दिवस पर निकाले गए ट्रैक्टर मार्च के दौरान अचानक कुछ किसान दिल्ली के लाल किले पर पहुंच गए। देखते ही देखते भीड़ बढ़ने लगी और कुछ किसानों ने लाल किले के पोल पर चढ़कर वहां निशान साहिब का झंडा फहरा दिया। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और झंडे को उतारा।
टिकट काउंटर, मेटल डिटेक्टर गेट तोड़े
इस दौरान कुछ किसान लाल किले के अंदर भी दाखिल हो गए और उन्होंने टिकट काउंटर, मेटल डिटेक्टर गेट सहित कई सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। बुधवार को केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल लाल किले पहुंचे और लाल किले को हुए नुकसान का जायजा लिया।
लाल किले पर बढ़ाई गई सुरक्षा
केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने लाल किले में हुए उपद्रव को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द इस मामले में गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपकर एफआईआर दर्ज कराई जाए। वहीं, एहतियात के तौर पर लाल किले पर सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
किसान नेताओं पर हुई FIR
दिल्ली पुलिस ने बताया कि राजधानी में हुई हिंसा के मामले में अभी तक 200 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा दर्शन पाल और राकेश टिकैत सहित कई किसान नेताओं के ऊपर भी एफआईआर दर्ज की गई है।
किसानों ने लगाया साजिश का आरोप
वहीं, किसान नेताओं ने हिंसा की निंदा करते हुए इस पूरे मामले में साजिश का आरोप लगाया है। बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई, जिसमें किसानों ने कहा कि उनके आंदोलन को बदनाम करने के लिए साजिश रची गई है।
राकेश टिकैत ने की जांच की मांग
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उनके तय रूट को बाधित किया और जब किसानों ने बैरिकेड हटाए तो पुलिस ने आंसू गैस के गोल छोड़े। राकेश टिकैत ने कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए।
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