Delhi Violence:: धरने पर बैठे परिजनों की मांग-हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल को मिले शहीद का दर्जा वरना नहीं करेंगे अंतिम संस्कार
नई दिल्ली। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर शुरू हुए बवाल ने उग्र रूप धारण किया हुआ है, पिछले तीन दिनों से नफरत और विरोध की आग में दिल्ली बुरी तरह से सुलग रही है, राजधानी में भड़की हिंसा में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से ज्यादा लोग घायल है, हिंसा में जान गंवाने वालों में दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल भी शामिल हैं।
धरने पर बैठा परिवार
खबर आ रही है कि हिंसा के दौरान शहीद हुए पुलिस हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल के परिवार ने सीकर जाने वाली सड़क पर तीन किलोमीटर का धरना किया और मांग की है कि जब तक रतनलाल को शहीद का दर्जा नहीं मिलेगा वो उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
परिजनों की मांग-सरकारी नौकरी मिले रतनलाल की पत्नी को
टीवी चैनलों की माने तो राजस्थान पुलिस के सीनियर अधिकारी इस वक्त धरने वाली जगह पर पहुंच गए हैं और परिवार को समझाने की कोशिश कर रहे हैं,कि वो धरना स्थल से हट जाएं और रतनलाल का अंतिम संस्कार करें, गौरतलब है कि रतनलाल के शहीद होने की खबर हेड कॉन्स्टेबल पत्नी पूनम को टीवी पर मिली थी, जिसे सुनते ही वह तुरंत बेहोश हो गईं। वहीं, रतन लाल के दिनों बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार वाले ये भी मांग कर रहे हैं कि रतनलाल की पत्नी या उनके बच्चों में से किसी एक को सरकार नौकरी भी दी जाए।
तीन भाई-बहनों में रतन लाल सबसे बड़े थे
मालूम हो कि रतन लाल राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर तिहावली के रहने वाले थे। तीन भाई-बहनों में रतन लाल सबसे बड़े थे। वे अपनी पत्नी और तीनों बच्चों के साथ बुराड़ी में रहते थे। रतन लाल के छोटे भाई दिनेश लाल बेंगलुरु में रहते हैं। उनके भाई दिनेश लाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। दिनेश लाल ने कहा कि रतन लाल एक सच्चे देशभक्त थे और उन्होंने कभी नहीं देखा कि वह किसी पर चिल्लाएं हों या फिर किसी पर कभी नाराज हुए हों।
अमित शाह ने हेड कांस्टेबल की पत्नी को लिखा पत्र
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए हिंसक प्रदर्शन में जान गंवाने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की पत्नी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पत्र लिखा है। अमित शाह ने रतन लाल की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने पत्र में लिखा, 'मैं आपके पति की असामयिक मृत्यु पर दुख और गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं'।