Maritime India Summit: बोले PM मोदी- 'हम समुद्री अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में बड़ी सफलता हासिल करेंगें'
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मैरीटाइम इंडिया समिट -2021 के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया। इस आयोजन में कई देश भाग ले रहे हैं, जिसमें भारत में समुद्री क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई देशों के सीईओ और राजदूत भी शामिल हैं। मालूम हो कि इस समिट के लिए 50 देशों के एक लाख से अधिक प्रतिभागियों ने MIS समिट 2021 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण किया है जो 2 मार्च से 4 मार्च तक चलेगा।
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये समिट इस क्षेत्र से संबंधित कई हितधारकों को एक साथ लाता है। मुझे यकीन है कि हम समुद्री अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में बड़ी सफलता हासिल करेंगें।इसलिए मैं मैरीटाइम इंडिया समिट के जरिए दुनिया को भारत आने के लिए आमंत्रित करना चाहता हूं। भारत समुद्री क्षेत्र में बढ़ने के लिए काफी गंभीर है।
'बंदरगाहों की क्षमता 1550 मिलियन टन सालाना हो गई है'
पीएम ने कहा कि हर्ष के साथ बतना चाहूंगा कि साल 2014 में प्रमुख बंदरगाहों की क्षमता जो लगभग 870 मिलियन टन प्रति वर्ष थी, अब बढ़कर लगभग 1550 मिलियन टन सालाना हो गई है। इस उत्पादकता लाभ से हमारे बंदरगाहों को बल्कि समग्र अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलता है इसलिए हम आज पोर्ट और प्ले-एंड-प्ले इन्फ्रास्ट्रक्चर में भंडारण की सुविधा के विकास में भारी निवेश कर पा रहे हैं।
हमारे बंदरगाहों में निवेश करें: PM मोदी
पीएम ने कहा कि हमारी सरकार अब घरेलू शिप बिल्डिंग और शिप रिपेयर मार्केट पर भी ध्यान दे रही है। घरेलू जहाज निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए हमने भारतीय शिपयार्ड के लिए जहाज निर्माण वित्तीय सहायता नीति को मंजूरी दी है, मैं फिर से आग्रह करता हूं कि हमारे बंदरगाहों में निवेश करें। हमारे लोगों में निवेश करें। भारत को अपना पसंदीदा व्यापार स्थल बनाएं। भारतीय बंदरगाहों को अपने व्यापार और वाणिज्य हेतु बंदरगाह बनाएं।
भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम कदम
आपको बता दें कि इससे पहले केंद्रीय बंदरगाहों के स्वतंत्र प्रभार, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री मनसुख मंडाविया ने मीडिया को बताया था कि ये समिट समुद्री क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उठाया गया एक अहम कदम है।हमने इस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए मैरीटाइम विजन तैयार किया है। पूरी दुनिया भारत में निवेश करना चाहती है और ये हमारे लिए गर्व की बात है। मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि MIS समिट 2021 के लिए एक लाख 17 हजार प्रतिभागियों ने ऑनलाइन पंजीकरण किया है।