दिल्ली: दहेज उत्पीड़न से परेशान गर्भवती महिला ने लगा ली फांसी
नई दिल्ली। दहेज़ उत्पीड़न की घटनाएं सरकार के द्वारा लाये गए तमाम कानूनों के बाद भी आये दिन होती ही रहती है। ऐसी ही एक घटना फिर सामने आई है। यह घटना नई दिल्ली के केशवपुरम क्षेत्र के त्रीनगर की है। यह मामला ज्यादा ही संवेदनशील और संदिग्ध है क्योंकि इस प्रताड़ना के मामले में मरने वाली महिला गर्भवती थी। यानी इस मामले में एक साथ दो जानें गईं हैं।
13 दिसंबर 2018 को मॉडल टाउन की रहने वाली पारुल की शादी त्रीनगर के गौरव जैन से हुई थी। गौरव की त्री नगर मार्केट में ही जूतों की दुकान थी। अपने माता पिता के घर से गौरव के साथ सात फेरे लेकर पारुल त्रीनगर अपने ससुराल आई थी। शादी के बाद हर लड़की के जो ख्वाब होते हैं, वही ख्वाब पारुल के भी थे। उसने नए घर के लोगों को अपना परिवार मान लिया था। शादी के कुछ दिन तक तो सब कुछ ठीक रहा रहा। पारुल खुश थी। लेकिन कुछ दिन के बाद ही उसे उसके ससुराल वालों ने परेशान करना शुरू कर दिया था। ससुराल वाले उसे अपने परिवार का हिस्सा नहीं समझे और उससे अपने पिता के घर से दहेज़ लाने की मांग करने लगे थे। आरोप है कि ससुराल वालों ने उससे दहेज में फ्रिज, एसी, लैपटॉप और एलईडी लाने के लिए कहा था। पारुल इस बात से काफी परेशान थी। उसने यह बात अपने भाई को बताई भी थी। उसने अपने भाई से यह भी बताया था कि उसे कमरे में बंद करके रखा जाता था और उसे खाने के लिए भी नहीं दिया जाता है। वह 4 महीने की गर्भवती थी, बावजूद इसके ससुराल वालों ने उसपर कोई रहम नहीं किया और सिर्फ शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक तौर पर भी उसके साथ ज्यादती करते हैं। पारुल की यह शिकायत आम हो गई थी। कई बार ऐसी शिकायत सुनने के बाद उसका भाई उसे लेकर अपने घर भी चला आया था। लेकिन मायके में वह ज्यादा दिन रुकी नहीं। लोक लाज के भय से यह कहकर वह ससुराल चली गई कि चार लोग क्या कहेंगे?
इन सारी बातों की जाँच पुलिस कर रही है। पुलिस के मुताबिक 11 अगस्त की दोपहर 11 बजे के करीब उसे पारुल के फांसी लगाने की बात पता चली। उसने पंखे से फंदा लगाकर जान दी थी। नॉर्थ वेस्ट डीसीपी विजयंता आर्य ने कहा है कि सभी आरोपों की जांच की जा रही है। मामले की गुत्थी को जल्द सुलझाया जायेगा। पुलिस ने फिलहाल पति को गिरफ्तार कर लिया है।