Delhi Pollution: दिल्ली की हवा हुई ज्यादा जहरीली, बढ़ते प्रदूषण के गंभीर आंकड़े आए सामने
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली की हवा सर्दी बढ़ने के साथ-साथ जहरीली होती जा रही है। हर साल दिल्ली एनसीआर में ये समस्या देखने को मिलती है। पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने के कारण यहां प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है और हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर तक पहुंच जाती है। जिससे लोगों को ना केवल सांस लेने में दिक्कत आती है बल्कि आसपास धुंधलापन भी दिखाई देने लगता है। आज की बात करें तो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, आनंद विहार का वायु गुणवत्ता सूचकांक 461 दर्ज किया गया है। प्रदूषण का ये आंकड़ा खतरनाक श्रेणी में आता है।
Recommended Video
आईजीआई एयरपोर्ट के पास वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया है। इस समय परेशानी इस बात की ज्यादा है कि कुछ ही सप्ताह में दिवाली भी आ रही है। जिसमें लोग जमकर आतिशबाजी करते हैं। यहां की हवा अभी से इतनी जहरीली है तो दिवाली के बाद हालात और भी अधिक बिगड़ सकते हैं। दूसरे स्थानों की बात करें तो दिल्ली के आईटीओ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 356 दर्ज हुआ है, वहीं नरेला में 363, ओखला फेस-2 में 349, पंजाबी बाग में 377, रोहिणी में 381, वजीरपुर में 379 और लोधी रोड में 292 दर्ज हुआ है।
जानकारी के लिए आपको बता दें वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई अगर 0 से 50 के बीच हो तो उसे 'अच्छा' माना जाता है। अगर 51 से 100 से बीच हो तो 'संतोषजनक'। अगर ये 101 से 200 के बीच हो तो 'मध्यम' और 201 से 300 के बीच हो तो 'खराब', 301 से 400 के बीच हो तो 'बेहद खराब' और अगर 401 से 500 के बीच हो तो 'गंभीर' माना जाता है। हालांकि दिल्ली सरकार प्रदूषण कम करने के लिए कई तरह के कदम उठा रही है। हाल ही में सरकार ने ग्रीन दिल्ली एप भी लॉन्च किया है, ताकि लोग इसपर प्रदूषण से जुड़ी शिकायतें कर सकें, जिनपर समयबद्ध तरीके से कार्रवाई होगी।
दिल्ली
सरकार
के
प्रोत्साहन
का
असर,
3000
से
अधिक
इलेक्ट्रिक
वाहन
पंजीकृत