राहुल हत्याकांड पर बोली दिल्ली पुलिस- घटना में नहीं कोई सांप्रदायिक एंगल, दो परिवारों में था विवाद
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के एक छात्र की तीन नाबालिग समेत पांच लोगों ने बुधवार को पीट-पीटकर हत्या कर दी। शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस ने तीन नाबालिग समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो आरोपियों की पहचान मनवार हुसैन और मो. अफरोज के रूप में हुई है। इस बीच कुछ लोगों ने इस मामले को सांप्रदायिक एंगल देने की कोशिश की, जिस पर अब दिल्ली पुलिस का बयान सामने आया है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक कुछ मीडिया हाउस इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत है। ये पहले ही साफ किया जा चुका है कि ये मामला दो परिवारों के बीच विवाद का था। इस बीच शनिवार को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। साथ ही उन्हें 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया। डिप्टी सीएम ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
दिल्ली राहुल मर्डर केस: पीड़ित परिवार से मिले मनीष सिसोदिया, दिया 10 लाख का मुआवजा
क्या
है
पूरा
मामला?
ये
मामला
प्रेम
प्रसंग
का
बताया
जा
रहा
है।
जानकारी
के
मुताबिक
राहुल
नामक
का
लड़का
किसी
अन्य
धर्म
की
लड़की
से
प्यार
करता
था।
इसकी
जानकारी
लड़की
के
परिवार
वालों
को
लग
गई
और
लड़की
पक्ष
के
लोगों
ने
ही
राहुल
को
इतनी
बेरहमी
से
पीटा
की
उसकी
मौत
हो
गई।
वहीं
राहुल
के
परिवार
का
कहना
है
कि
उनका
बेटा
अंग्रेजी
का
ट्यूशन
पढ़ाया
करता
था।
लड़की
के
परिवार
वालों
की
तरफ
से
फोन
आया
था,
जिसमें
उसे
बाहर
आने
को
कहा
गया।
जब
राहुल
घर
से
बाहर
गया
तो
वहां
करीब
आठ
से
दस
लड़के
खड़े
हुए
थे।
इसके
बाद
यही
लड़के
राहुल
को
अपने
साथ
पकड़कर
ले
गए
और
उसकी
काफी
पिटाई
की,
जब
वो
वहां
पहुंचे
तो
राहुल
बेसुध
पड़ा
था।
बाद
में
इलाज
के
दौरान
उसकी
मौत
हो
गई।