दिल्ली पुलिस ने JNU छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत 20 के खिलाफ दर्ज की FIR
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हुए बवाल के बीच अब दिल्ली पुलिस ने जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने सिक्योरिटी गार्ड्स पर हमला किया था। साथ ही 4 जनवरी को सर्वर रूम को भी काफी नुकसान पहुंचाया। ये शिकायत जेएनयू प्रशासन ने 5 जनवरी को दर्ज करवाई है। जेएनयू प्रशासन ने एक अन्य शिकायत 3 जनवरी वाले मामले में भी दर्ज करवाई थी लेकिन उसमें घोष का नाम नहीं है।
एबीवीपी और वामपंथी छात्रों के बीच लड़ाई
बता दें जेएनयू में रविवार को हुई हिंसा से पहले एबीवीपी और वामपंथी छात्रों के बीच लड़ाई हो गई थी। दोपहर करीब 1 बजे कुछ नकाबपोश लोगों ने सेंट्रल इन्फॉर्मेशन सिस्टम में प्रवेश किया था और सर्वर को नुकसान पहुंचाया। कथित तौर पर वामपंथी यूनियनों से जुड़े छात्र 3 जनवरी से सर्वर रूम में मौजूद थे। इसी दिन वामपंथी और एबीवीपी छात्रों के बीच विवाद हो गया। एबीवीपी के नेता ने सर्वर रूम में प्रवेश नहीं करने देने को लेकर एक वामपंथी छात्र के साथ मारपीट की।
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सिक्योरिटी गार्ड्स को भी पीटा गया
फिर 5 जनवरी को दोपहर के समय विंटर सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन करने गए एबीवीपी के छात्रों पर हमला हुआ। जो दोपहर 1 बजे तक चला। इस दौरान सिक्योरिटी गार्ड्स को भी पीटा गया, जो मामले को खत्म करने की कोशिश कर रहे थे।
पिछले गेट से करीब 50 लोगों ने प्रवेश किया
इसके बाद शाम 5.00 बजे जेएनयू के पिछले गेट से करीब 50 लोगों ने प्रवेश किया, जिन्हें कथित तौर पर एबीवीपी से जुड़ा बताया जा रहा है। इनके पास लाठी, डंडे थे। ये हॉस्टलों के अंदर घुसे और छात्रों पर हमला करने लगे। ढाबों पर मौजूद छात्रों पर नकाबपोश पुरुषों और महिलाओं ने हमला किया। जिसमें करीब 30 लोग घायल हो गए। इस हिंसा में घोष को सिर में चोट आई थी।
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